आतंक बनी बाघिन को काबू करने पहुंचा विशेषज्ञ दल
राज्य के सातकोशिया संरक्षित जंगल इलाके में पिछले चार दिन से आतंक
जागरण संवाददता, भुवनेश्वर : राज्य के सातकोशिया संरक्षित जंगल इलाके में पिछले चार दिन से आतंक का पर्याय बन चुकी बाघिन सुंदरी को पकड़ने के लिए विशेषज्ञों का दल जबलपुर एवं देहरादून से बुलाया गया है। देहरादून स्थित वाईल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (डब्लूआइआइ) के डॉ. रमेश के नेतृत्व में आई टीम ने अनुगुल जिले के सातकोशिया जंगल में पहुंच गई है। यह टीम बाघिन की गतिविधियों पर नजर रखने के साथ उसे पकड़ने का भी प्रयास करेगी। उसी तरह जबलपुर के वाईल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो से आई टीम इस बाघिन के शहरी क्षेत्र में जाने और लोगों पर आक्रमण करने की घटना की जांच-पड़ताल करेगी। साथ ही आसपास के गांवों में जाकर लोगों से मिलकर बाघिन के बदले व्यवहार पर जानकारी एकत्र करेगी।
उधर, सातकोशिया संरक्षित इलाके में आने वाले गांव के लोगों की एक ही मांग है कि बाघिन सुंदरी को पकड़कर तुरंत यहां से अन्यत्र भेज दिया जाए। गौरतलब है कि वन विभाग ने प्राकृतिक परिवेश में प्रजनन के लिए बांधवगढ़ से बाघ व बाघिन का एक जोड़ा सातकोशिया संरक्षित जंगल में छोड़ा था। कुछ दिनों तक को इसे लेकर कोई परेशानी नहीं हुई थी मगर बाद में बाघिन सुंदरी का व्यवहार आक्रामक हो गया और वह ग्रामीण इलाके में घुसकर शिकार करने लगी। चार दिन पहले 12 सितंबर को हातिबारी गांव की एक महिला को सुंदरी ने मार डाला था, जिसके बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। आसपास के लोगों ने रास्ता रोको से लेकर बाघिन को हटाने की मांग उठाते हुए जिलाधीश को ज्ञापन सौंपा था। फिलहाल स्थिति को देखते हुए इलाके में एक प्लाटून पुलिस की तैनाती कर दी गई है।