बच्चों ने चित्रों में देखी मंगलाजोड़ी संरक्षण की कहानी
राजधानी भुवनेश्वर में वन्य प्राणियों के प्रति लोगों को जागरूक करने के उददेश्य से जारी चित्र प्रदर्शनी का सोमवार को कीस के बच्चों ने अवलोकन किया।
जासं, भुवनेश्वर : राजधानी भुवनेश्वर में वन्य प्राणियों के प्रति लोगों को जागरूक करने के उददेश्य से जारी चित्र प्रदर्शनी का सोमवार को क¨लगा इंस्टीट्यूट सोशल साइंसेस (कीस) तथा स्थानीय डीएवी यूनिट-8 स्कूल के बच्चों ने अवलोकन किया और मंगलाजोड़ी संरक्षण की कहानी प्रदर्शन में लगे चित्रों के जरिए समझी। इसी तरह रविवार शाम को कटक के स्वामी विचित्रानंद कल्याण आश्रम के बच्चों ने यहां पहुंचकर मंगलाजोड़ी की विरासत के संदर्भ में जानकारी हासिल की। इन बच्चों को नंदन कानन अभयारण्य का भी भ्रमण कराया गया। सांग ऑफ द वाइल्ड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रमुख अविनाश खेमका ने बच्चों को मंगलाजोड़ी पर की गई फोटोग्राफी तथा मंगलाजोड़ी के संरक्षण एवं यहां आने वाले पक्षियों आदि के बारे में विस्तार से बताया। खेमका के अनुसार, मंगलाजोड़ी में हर साल चिलिका झील की ही तरह लाखों पक्षियों का आगमन होता है। पिछले 6 साल से हम इस ऐतिहासिक स्थल के सौंदर्य को विश्व पटल पर लाने के लिए फोटोग्राफी कर रहे थे। इस प्रदर्शनी में 60 से अधिक फोटोग्राफ को प्रदर्शित किया गया है।