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किसानों के लिए संसद का घेराव करेगा बीजद

किसान समस्या को लेकर बीजू जनता दल (बीजद) ने भाजपा सहित केंद्र सरकार के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है।

By Edited By: Published: Mon, 17 Dec 2018 04:50 PM (IST)Updated: Tue, 18 Dec 2018 02:39 PM (IST)
किसानों के लिए संसद का घेराव करेगा बीजद
किसानों के लिए संसद का घेराव करेगा बीजद

जासं, भुवनेश्वर। किसान समस्या को लेकर बीजू जनता दल (बीजद) ने भाजपा सहित केंद्र सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है। पार्टी की ओर से केंद्र सरकार पर धान के समर्थन मूल्य को लेकर सीधा हमला बोला गया है। साथ ही पार्टी ने किसान समस्या को लेकर आगामी 8 जनवरी को नई दिल्ली में संसद का घेराव करने का ऐलान किया है। इस कार्यक्रम में बीजद के तमाम सांसद समेत ओडिशा से एक विशेष ट्रेन से बड़ी संख्या में बीजद नेता व कार्यकर्ता दिल्ली पहुंचकर अपनी आवाज बुलंद करेंगे।

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सोमवार को नगर स्थित बीजद कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में बीजू किसान जनता दल के अध्यक्ष सांसद प्रसन्न आचार्य, महासचिव मंत्री प्रताप जेना, बीजद उपाध्यक्ष देवी प्रसाद मिश्र, महासचिव संजय कुमार दास वर्मा आदि ने बीजू जनता दल को किसानों का साथी बताते हुए भाजपा तथा प्रधानमंत्री को किसान विरोधी ठहराया। बीजद नेताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री के पास किसानों की समस्या सुनने के लिए समय तक नहीं है। प्राकृतिक आपदा का हम हर साल सामना कर रहे हैं। ऐसे में चुनौती से निपटने के लिए राज्य के किसानों को प्रति क्विंटल धान का सर्वनिम्न मूल्य 2930 रुपये देने के लिए बीजद सड़क से संसद तक लड़ाई लड़ रही है और इसे हम अंजाम तक जारी रखेंगे।

राज्य के किसानों को न्याय दिलाने के लिए एवं जबतक सर्वनिम्न मूल्य केंद्र सरकार घोषित नहीं करती है एवं उत्पादन का डेढ़ गुना मूल्य प्रधानमंत्री जब तक नहीं देते हैं, हमारा आंदोलन जारी रहेगा। बीजद नेताओं ने बताया कि बीजद की सरकार राज्य में जब आई थी तब किसानों की स्थिति दयनीय थी। सरकार ने कृषि एवं किसानों की उन्नति के लिए प्रयास कर रही है और आगे भी करती रहेगी। बीजद नेताओं ने कहा कि हमें किसान विरोधी बताने वाले ही हमें कृषि के विकास के लिए पुरस्कार देते हैं। कृषि एवं किसानों के विकास के लिए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने विशेष रूप से कृषि एग्रो कैबिनेट बनाई है। किसानों को सब्सिडी सीधे उनके खाते में दी जा रही है। सन 2000 में 739 करोड़ रुपये किसानों को ऋण दिया जा रहा था आज लगभग 33 हजार करोड़ रुपये की ऋण सुविधा दी जा रही है। किसानों के लिए ब्याज दर को भी राज्य सरकार ने कम किया है। 50 हजार से अधिक कर्ज लेने वाले किसान दो प्रतिशत ब्याज दे रहे हैं जबकि 50 हजार से कम का कर्ज लेने वाले किसानों के लिए ब्याज दर एक फीसद है।

किसानों को उत्पादित फसल का जब तक सर्वनिम्न मूल्य नहीं मिलता है, तब तक हमारा प्रयास जारी रहेगा। प्रति क्विंटल धान का सर्वनिम्न मूल्य 2930 रुपये देने की मांग बीजद सरकार ने केंद्र से की हैं, इसे केंद्र सरकार तुरंत लागू करे अन्यथा इसके परिणाम ठीक नहीं होगे। विशेष ट्रेन के जरिए बीजद नेता एवं कार्यकर्ताओं के साथ बड़ी संख्या में किसान दिल्ली पहुंचकर 8 जनवरी को संसद का घेराव करेंगे। इधर, भाजपा के राज्य उपाध्यक्ष समीर महांती ने कहा है कि बीजद ने पिछले चुनाव में राज्य के किसानों से जो वादा किया था उसे पूरा नहीं कर सकी है। अपनी नाकामी को छिपाने के लिए बीजद की तरफ से यह सब नाटक किया जा रहा है।


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