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महिलाओं को स्वस्थ्य रखे बिना नया ओडिशा संभव नहीं

नये भारत की परिकल्पना बिना नया ओडिशा संभव नहीं है। साढ़े चार करोड़ आबादी वाले ओडिशा में ढ़ाई करोड़ महिलाओं को आत्मनिर्भर व स्वस्थ रखकर ही नए ओडिशा का गठन संभव हे।

By JagranEdited By: Published: Sun, 30 Dec 2018 10:59 PM (IST)Updated: Sun, 30 Dec 2018 10:59 PM (IST)
महिलाओं को स्वस्थ्य रखे बिना नया ओडिशा संभव नहीं
महिलाओं को स्वस्थ्य रखे बिना नया ओडिशा संभव नहीं

जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : नये भारत की परिकल्पना बिना नया ओडिशा संभव नहीं है। साढ़े चार करोड़ आबादी वाले ओडिशा में 2.25 करोड़ महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के बाद ही नये ओडिशा का गठन संभव है। यह बात रविवार को राज्य में 100 उज्ज्वला सेनिटरी नैपकिन तैयारी एवं विक्रय केंद्रों का शुभारंभ करते हुए केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने कही है।

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नगर स्थित रेल ऑडिटोरियम, चंद्रशेखरपुर में आयोजित कार्यक्रम में

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राज्य में महिलाएं आखिर कब तक दूसरे के भरोसे रहेंगी। महिलाओं को रोजगार के जरिये आत्मनिर्भर बनाने के लिए उज्ज्वला सेनिटरी नैपकिन तैयारी एवं व्यापार योजना के जरिये प्रत्येक केंद्र में करीब10 परिवार के लिए रोजगार देने का प्रयास किया जा रहा है। प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभुकों के साथ बीते दिनों वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए चर्चा करते समय मयूरभंज की एक महिला ने कहा था कि उज्ज्वला रसोई गैस लग जाने के बाद से उन्हें लकड़ी आदि की व्यवस्था करने तथा रसोई में जो अतिरिक्त समय लगता था उससे मुक्ति मिल गई है, ऐसे में जो समय बच रहा है, उसके लिए कुछ रोजगार के उपाय के बारे में पूछा था। ऐसे में तेल कंपनियों ने उज्ज्वला सेनिटरी नैपकिन बनाकर महिलाओं को रोजगार में शामिल करने की योजना तैयार की है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राज्य में 35 लाख परिवारों को उज्ज्वला गैस का कनेक्शन दिया गया है। इस योजना की सफलता को कुछ लोग बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे लोगों को भगवान क्षमा करें। उज्ज्वला योजना के नियम को सरल किए जाने से 35 लाख के बदले यह संख्या बढ़कर जल्द ही 45 लाख हो जाएगी। राज्य सरकार बाहर राज्यों से उद्योगपतियों को बुलाकर मुफ्त में जमीन देकर उद्योग लगाने का प्रयास कर रही है। मगर तेल कंपनियां 100 जगहों पर तत्काल रोजगार के अवसर प्रदान किया है, मैं इन्हें धन्यवाद देता हूं। प्रधान ने कहा कि नालको ने और 100 इसी तरह की सेनिटरी नैपकिन तैयारी एवं वितरण केंद्र संचालन का दायित्व विधि एवं न्याय मंत्री (सीएससी) को देने के लिए आश्वासन दिया है। सीएससी के मंत्री रवि शंकर प्रसाद के साथ मिलकर भारत सरकार के राष्ट्रीय उद्योग एवं निजी संस्थानों की मदद से राज्य में और अधिक इस प्रकार के केंद्र खोलने के लिए कदम उठाए जाएंगे। प्रधान ने कहा कि सेनिटरी नैपकिन के बारे में सामान्यत: चर्चा नहीं की जाती है, मगर हम अपनी मां-बहनों को मरने नहीं देंगे। महिलाओं को स्वस्थ रखने के लिए सेनिटरी नैपकिन के प्रयोग को जनआंदोलन में तब्दील करना होगा।

रेल परियोजनाओं की समीक्षा की

केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पूर्व तट रेलवे (पुतरे) में चल रही विभिन्न परियोजनाओं की रविवार को समीक्षा की है। पुतरे मुख्यालय, रेल सदन, भुवनेश्वर में आयोजित इस समीक्षा बैठक में पुतरे के अतिरिक्त महाप्रबंधक सुधीर कुमार समेत अन्य विभागों के प्रमुख उपस्थित रहे। मुकेश कुमार गुप्ता, अतिरिक्त सदस्य (निर्माण), रेलवे बोर्ड और एसके मिश्रा, रेलवे बोर्ड के प्रधान कार्यकारी निदेशक (इंफ्रा) की मौजूदगी में केंद्रीय मंत्री प्रधान ने महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को जल्द से जल्द पूरा करने पर जोर दिया। साथ ही इस क्षेत्र में गतिशीलता बढ़ाने की जरूरत बतायी। इस दौरान प्रधान ने इस क्षेत्र में रेलवे के बुनियादी ढांचा और परियोजनाओं के विकास के लिए सभी एजेंसियों से सहयोग की कामना भी की।


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