संवैधानिक पद का दुरुपयोग कर रहे विस अध्यक्ष : भाजपा
विधानसभा अध्यक्ष का पद संवैधानिक पद होता है। बीजू जनता दल (बीजद) के अध्यक्ष नवीन पटनायक के इशारे पर विधानसभा अध्यक्ष प्रदीप कुमार अमात काम करते हुए इस पद का दुरुपयोग कर रहे हैं।
जासं, भुवनेश्वर : विधानसभा अध्यक्ष का पद एक संवैधानिक पद होता है। बीजू जनता दल (बीजद) के अध्यक्ष नवीन पटनायक के इशारे पर विधानसभा अध्यक्ष प्रदीप कुमार अमात काम करते हुए इस पद का दुरुपयोग कर रहे हैं। बीजद से इस्तीफा देने वाले 5 विधायकों की सदस्यता को रद करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष द्वारा आधी रात में लिए गए निर्णय पर भाजपा ने सवाल उठाया है।
मीडिया से बातचीत में भाजपा के राज्य उपाध्यक्ष पीतांबर आचार्य ने कहा कि बीजद से इस्तीफा देने वाले पांच विधायकों की सदस्यता को विधानसभा अध्यक्ष द्वारा रद किया जाना दुर्भाग्यजनक है। सरकारी दल के मुख्य सचेतक अमर शतपथी की याचिका के आधार पर विधानसभा अध्यक्ष ने आधी रात को जो निर्णय लिया है, वह बीजद के भय का प्रमाण है। चुनाव में पराजय के डर से बीजू जनता दल घटिया राजनीति कर रही है। ओडिशा के राजनीतिक इतिहास को शायद भूल गया है। 2012 मई 29 तारीख को प्यारी बाबू के विद्रोह को नवीन बाबू तथा बीजू जनता दल एवं विधानसभा अध्यक्ष शायद भूल गए हैं, जब दिवंगत प्यारी मोहन महापात्र ने नवीन पटनायक को पार्टी से हटाने के लिए योजना बना रहे थे। उसके ठीक 2 दिन बाद नवीन बाबू ने मुख्यमंत्री पद चले जाने के डर से तत्कालीन एनसीपी दल के 4 विधायकों को बीजद में शामिल कर लिया था। उस समय संविधान की दसवीं अनुच्छेद के मुताबिक संबंधित चार विधायकों पर कार्यवाही ना कर तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष प्रदीप कुमार अमात ने क्यों चुप्पी साध ली थी, उन्हें क्यों अयोग्य नहीं घोषित किया, भाजपा ने सवाल किया है। उस समय भी एनसीपी के राज्य अध्यक्ष उत्कल केसरी परिड़ा ने समान आरोप लगाया था, जैसा कि आज बीजू जनता दल के मुख्य सचेतक ने लगाया है। कांग्रेस के दो विधायक नवकिशोर दास एवं जोगेश सिंह का बीजद में शामिल होना, क्या दल बदल नहीं है, भाजपा नेता ने सवाल किया है। उस समय विधानसभा अध्यक्ष क्या कर रहे थे, क्यों दोनों विधायकों के पद को रद नहीं किया, इसका उत्तर राज्य के लोग बीजू जनता दल तथा नवीन बाबू को जरूर देंगे।