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गंजाम में मिला खून से लथपथ हाथी का शव

ओडिशा के अलग-अलग हिस्सों में हाथियों के झुंड द्वारा मानव हत्या और फसल बर्बाद करने की घटनाएं सामने आती रहती हैं तो कभी-कभी हाथियों को अपनी जान गंवानी पड़ती है।

By Edited By: Published: Sun, 16 Dec 2018 11:53 PM (IST)Updated: Sun, 16 Dec 2018 11:53 PM (IST)
गंजाम में मिला खून से लथपथ हाथी का शव
गंजाम में मिला खून से लथपथ हाथी का शव

 भुवनेश्वर,जेएनएन। आज की तारीख में कहीं हाथियों के उपद्रव से लोगों की जान जा रही है तो कहीं खुद उनका ही जीवन खतरे में पड़ता जा है। इन सबके बीच वन विभाग की चिंता बढ़ गई है। ओडिशा के विभिन्न जिलों में यही तस्वीर देखने को मिल रही है। आए दिन राज्य के अलग अलग हिस्सों में हाथियों के झुंड द्वारा मानव हत्या और फसल बर्बाद करने की घटनाएं सामने आती रहती हैं। उन सबके बीच कभी कभार मानवीय कारणों से भी हाथियों को अपनी जान गंवानी पड़ती है। इन सबके बीच ताजा घटना गंजाम जिले के चंद्रगिरी रेंज में देखने को मिली जहां खून से लथपथ एक नर हाथी का शव बरामद किया गया।

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जानकारी के मुताबिक रविवार को गंजाम जिला के दिगपहंडी के पास चंद्रगिरी रेंज गढ़सामंतपुर बीट में उक्त नर हाथी का शव पाया गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने संदेह जताया है कि किसी ने हाथी को गोली मार कर हत्या की है उसके बाद गर्दन को काटा गया है। संभावना जताई जा रही है कि यह काम हाथी दांत के तस्करों का है। फिलहाल वन विभाग की टीम शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने में जुट गई है। वहीं, पिछले दस साल में मानवीय कारणों से सिर्फ झारखंड, ओडिशा और छत्तीसगढ़ में एक सौ सत्तर से ज्यादा हाथी भी मारे जा चुके हैं। जबकि जंगली हाथी एक हजार लोगों को मार चुके हैं। ओडिशा में पिछले दस साल में 71 हाथी मारे जा चुके हैं।

वहीं छत्तीसगढ़ में इसी अवधि में करीब तीस हाथियों के और झारखंड में सत्तर से अधिक के मारे गए है। वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के आकड़ों के अनुसार झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल में तीन हजार से ज्यादा हाथी हैं और यह उनका गलियारा सदियों पुराना है और आज भी वे उसी मार्ग पर आना जाना पसंद करते हैं। इसी क्रम में उनकी मानवीय गलतियों के चलते जान भी चली जाती है तो वे वन संपदा के साथ जंगल के आसपास खेतों में खड़ी फसल और घरों में रखा अनाज खा भी जाते हैं।

सुंदरगढ़ समेत अन्य जिलों में हाथियों से लोग परेशान दूसरी ओर सुंदरगड़ जिला के हाथी कारिडोर में हाथियों का उपद्रव देखा गया है। बणई रेंज अंतर्गत घोषरा, आलेखपुर एवं गुड़ियाली में 14 हाथी घुस गए और फसल को बर्बाद कर दिया। बताया जा रहा है कि रविवार को सुबह हाथियों का झुंड गांव में घुस गया और एक घर की दीवार तोड़ने के साथ उसमें रखा अनाज बर्बाद कर दिया। फसल को भी नुकसान पहुंचाया। हाथियों के उपद्रव को देखकर लोगों में भय का माहौल बना हुआ है।

सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर स्थिति पर नजर रखे हुए है। इसी तरह से पुरी जिला के कणास ब्लाक गड़बलभद्रपुर पंचायत मणिजगांव के पास भी हाथियों का उपद्रव देखने को मिला है। हाथियों के इस झुंड में करीब 35 से 30 हाथी शामिल हैं। झुंड ने इस इलाके में व्यापक फसल को नष्ट कर दिया है। गौरतलब है कि धान की फसल पककर तैयार हैं ऐसे में हाथियों का झुंड जिस रास्ते से गुजर रहा है लोगों का भारी नुकसान हो रहा है।


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