तटीय ओडिशा में दिखेगा विजय, वैजयंत एवं दाम त्रिशक्ति का दम
आम चुनाव की सरगर्मी अपने चरम पर पहुंच गई हैं। खासकर वरिष्ठ नेताओं को शामिल कर भाजपा अपनी शक्ति एवं प्रभाव लगातार बढ़ा रही है।
जेएनएन, भुवनेश्वर : आम चुनाव की सरगर्मी अपने चरम पर पहुंच गई हैं। खासकर वरिष्ठ नेताओं को अपने खेमे में शामिल कर भाजपा अपनी शक्ति एवं प्रभाव को लगातार बढ़ा रही हैं। विशेष रूप से तटीय ओडिशा में बीजू जनता दल (बीजद) के गढ़ को ढहाने के लिए पार्टी ने पूरी ताकत झोंक दी है। बीजद के कद्दावर नेताओं में शुमार रहे वैजयंत पंडा, दामोदर राउत (दाम बाबू) भाजपा में शामिल हो गए हैं और विजय महापात्र फिर भाजपा में लौटते हुए सक्रिय हो गए हैं। इन तीनों नेताओं के सक्रिय हो जाने से तटीय ओडिशा की सियासत पूरी तरह से बदल गई है। खासकर बीजद का गढ़ कहे जाने वाले केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, कटक, ढेंकानाल, जाजपुर, खुर्दा जिला में ये नेता भाजपा को सम्मानजनक स्थिति में लाने का अनुमान किया जा रहा है। इससे पहले भाजपा तटीय ओडिशा में संघर्ष कर रही थी। वर्ष 2017 पंचायत चुनाव में भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन किया था। बावजूद इसके बीजद अपने गढ़ को बचाने में सफल हुआ था। अब वैजयंत पंडा, विजय महापात्र एवं दामोदर राउत के भाजपा में सक्रिय हो जाने से सूबे में सत्तारूढ़ बीजद को तटीय ओडिशा में काफी मशक्कत करनी पड़ेगी। इन तीनों नेताओं का बीजद के गठन में महत्वपूर्ण योगदान था। केंद्रपाड़ा में भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार वैजयंत पंडा के खिलाफ कड़ी मशक्कत के बाद बीजद ने फिल्म अभिनेता सह नेता अनुभव महांती को चुनाव मैदान में उतारा है। केंद्रपाड़ा के लिए अभिनेता सह नेता अनुभव महांती नए चेहरा हैं जबकि वैजयंत पंडा पिछले 10 साल से जिला राजनीति में सक्रिय हैं। विजय महापात्र के पुन: सक्रिय भूमिका में लौट आने से केंद्रपाड़ा में भाजपा की स्थिति और मजबूत हो गई है। केवल इतना ही नहीं विजय, वैजयंत एवं दामोदर राउत के अनुभव का लाभ भी भाजपा को मिलने वाला है, ऐसे में बीजद के लिए अपने गढ़ को बचाने चुनौती का सामना करना पड़ सकता है।