Move to Jagran APP

प्रतिष्ठा का प्रश्न बना बरगढ़ लोकसभा चुनाव

आम चुनाव में सूबे की बरगढ़ लोकसभा सीट पर सुभाष चौहान का टिकट काटकर सुरेश पुजारी को मैदान में उतारने वाली भाजपा के लिए जीत की राह आसान नहीं दिख रही हे।

By JagranEdited By: Published: Tue, 16 Apr 2019 04:46 PM (IST)Updated: Wed, 17 Apr 2019 07:02 AM (IST)
प्रतिष्ठा का प्रश्न बना बरगढ़ लोकसभा चुनाव
प्रतिष्ठा का प्रश्न बना बरगढ़ लोकसभा चुनाव

संसू, भुवनेश्वर : आम चुनाव में सूबे की बरगढ़ लोकसभा सीट पर सुभाष चौहान का टिकट काटकर सुरेश पुजारी को मैदान में उतारने वाली भाजपा के लिए जीत की राह आसान नजर नहीं आ रही है। बिडंबना यह है कि जिन बीजू जनता दल प्रत्याशी के खिलाफ सुभाष दम भरते थे। अब उसी दल के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं। बीजद प्रत्याशी प्रसन्न आचार्य के पक्ष में सुभाष चौहान की रणनीति भाजपा के लिए परेशानी खड़ी कर सकती है। सन 2014 में सुभाष चौहान भाजपा से प्रत्याशी थे उन्हें 3 लाख 70 हजार से अधिक वोट मिले थे। वह खुद बजरंग दल और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हुए संगठन के आदमी हैं। ऐसे में उन्हें दल में शामिल करवाकर बीजद ने भाजपा को पहले ही झटका दे दिया था। अब सुभाष की सक्रियता भाजपा के खिलाफ होने से बरगढ़ का लोकसभा चुनाव रौचक हो गया है। अब देखना होगा कि हार-जीत में सुभाष का प्रभाव क्या होता है। बरगढ़ जिला पश्चिम ओडिशा का अन्यतम प्रमुख जिला है। कृषि उत्पादन में अग्रणी इस जिले का राजनीतिक प्रभाव भी है। इस लिहाज से यह सीट बीजद और भाजपा के लिए प्रतिष्ठा की सीट बन गई है।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.