Odisha Honey Trap: अर्चना नाग के घर पर लगे CCTV की हार्ड डिस्क गायब, तलाशने में जुटी ED; खुल सकते हैं कई राज
Odisha Honey Trap अर्चना नाग के आलीशान बिल्डिंग के आसपास दर्जनों सीसीटीवी कैमरे लगे थे। अब सीसीटीवी की हार्ड डिस्क गायब होने से पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं। कहा जा रहा है कि हार्ड डिस्क में राजनेताओं व्यापारियों सहित कई रसूख वालों के खिलाफ सबूत मिल सकते हैं।
संतोष कुमार पांडेय, अनुगुल। प्रवर्तन निदेशालय ब्लैकमेल और हनीट्रैप मामले की आरोपी अर्चना नाग के घर पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज वाली हार्ड डिस्क तलाशने में जुटी है। चर्चा है कि हार्ड डिस्क में राजनेताओं, व्यापारियों और फिल्म निर्देशकों और निर्माताओं सहित हाई-प्रोफाइल लोगों के खिलाफ रिकॉर्डेड सबूत है।
वहीं, सीसीटीवी की हार्ड डिस्क गायब होने से कई सवाल उठ रहे हैं। ईडी से पहले ब्लैकमेल और हनीट्रैप मामले की जांच कमिश्नरेट पुलिस कर रही थी। जांच के दौरान अर्चना के परिजनों ने हार्ड डिस्क होने की बात कही थी लेकिन, चार्जशीट या जब्ती सूची में हार्ड डिस्क का कोई जिक्र नहीं है।
कुछ दिन पहले ईडी ने कमिश्नरेट पुलिस को पत्र लिखकर हार्ड डिस्क के संबंध में जानकारी मांगी थी। इधर, अर्चना के वकील देवाशीष महापात्रा ने बताया कि पुलिस ने अर्चना के घर से जब्ती के लिए जो कुछ भी उचित समझा, उसे जब्त कर लिया था।
उन्होंने कहा कि मेरी जानकारी में तब एक हार्ड डिस्क भी जब्त की गई थी लेकिन यह पुलिस पर निर्भर है कि वह दिखाए कि कौन सी चीजें जब्त की गई हैं और कौन सी नहीं।
बता दें कि अर्चना के आलीशान बिल्डिंग के आसपास दर्जनों सीसीटीवी कैमरे लगे थे। चर्चा है कि इन सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से हनीट्रैप कारोबार के बारे में अहम सुराग हाथ लग सकते हैं।
सवाल यह भी है कि जांच के दौरान पुलिस इन कैमरों की जांच करना कैसे भूल गई। कहीं किसी हाई प्रोफाइल राजनेता या आला अधिकारियों के दबाव में उसे गायब तो नहीं कर दिया गया। यहां तक कि भुवनेश्वर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी इस मामले में कुछ भी बोलने से बचते नजर आए।
सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी शरत साहू ने कहा कि चूंकि वहां सीसीटीवी लगाया गया था तो उसकी एक हार्ड डिस्क होनी चाहिए। हार्ड डिस्क में उसके पास आने वाले लोगों के फुटेज होने चाहिए। स्कैन करने पर अहम सुराग मिल सकते हैं। इससे मामले की जांच में काफी मदद मिलेगी।