राज्य में शुरू हुआ बारिश का दौर
बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय हो गया है। इसके प्रभाव से आगामी सात अगस्त तक ओडिशा के विभिन्न जिलों में भारी बारिश होने के साथ तेज हवा चलने की संभावना है।
जासं, भुवनेश्वर : बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय हो गया है। इसके प्रभाव से आगामी सात अगस्त तक ओडिशा के विभिन्न जिलों में भारी बारिश होने के साथ तेज हवा चलने की संभावना है। इसके लिए राज्य के 17 जिला में मौसम विभाग की तरफ से पीली चेतावनी (येलो वार्निग) जारी की गई है। मछुआरों को समुद्र में ना जाने की हिदायत दी गई है।
इन जिलों में गंजाम, बलांगीर, बौद्ध, कंधमाल, मयूरभंज, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा एवं झारसुगुड़ा जिला प्रमुख रूप से शामिल है जहां पर भारी बारिश होने की उम्मीद है। इसके अलावा संबलपुर, बरगढ़ एवं कोरापुट जिले में भी तेज बारिश होने की संभावना है। इन जिलों में तीन दिन तक 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की उम्मीद है। बंगाल की खाड़ी में बने कदम दबाव के क्षेत्र को देखते हुए 6 अगस्त तक मछुआरों को समुद्र में ना जाने की हिदायत दी गई है। मौसम विभाग का मानना है कम दबाव के प्रभाव से राज्य में मानसून भी सक्रिय हो गया है। ऐसे में इस दौरान अच्छी बारिश होने की उम्मीद है।
उल्लेखनीय है कि कम दबाव का प्रभाव राजधानी भुवनेश्वर के साथ तमाम तटीय जिलों में देखा जा रहा है। सोमवार की शाम को कई जगहों पर बिजली की गड़गड़ाहट के साथ बारिश हुई। मंगलवार सुबह से ही आसमान बादलों से ढंका रहा है तथा रुक-रुककर बारिश जारी रही। कुछ जगहों पर भारी बारिश होने की भी खबर है। पांच अगस्त को राज्य के बरगढ़, सुंदरगढ़, झारसुगुड़ा, संबलुपर, देवगड़ एवं सोनपुर जिले में एक दो जगहों पर भारी से भारी बारिश होने की संभावना है। इसके लिए उक्त जिलों के लिए आरेंज चेतावनी जारी की गई है। इसी तरह से नुआपड़ा, बलांगीर, अनुगुल, केंदुझर जिले के लिए पीली चेतावनी जारी की गई है। छह अगस्त को अंदरूनी एवं तटीय जिलों में कम मध्यम बारिश होने की संभावना है। इस दिन सुंदरगढ़, केंदुझर, नवरंगपुर जिले में भारी बारिश होने के मद्देनजर येला वार्निग जारी की गई है। पिछले 24 घंटे में कटक के मुंडली में सर्वाधिक 121.4 मिमी., कंटापदा में 65 मिमी., अनुगुल जिले के रेंगाली में 84.6 मिमी., तालचेर में 75 मिमी. एवं वनरपाल मे 64. मिमी. बारिश रिकार्ड की गई है।
उल्लेखनीय है कि एक जून से 3 अगस्त तक पूरे राज्य में 498.9 मिमी. बारिश दर्ज की गई है जोकि स्वभाविक बारिश 599.7 मिमी. से 17 फीसद कम है। ऐसे में बंगाल की खाड़ी में बना यह कम दबाव का क्षेत्र तथा अगले 9 अगस्त पुन: बनने वाले एक कम दबाव के क्षेत्र से उम्मीद की जा रही है कि राज्य में जो अब तक कम बारिश हुई है, उसकी भरपाई हो जाएगी।