हेलमेट की जांच के दौरान पुलिस कांस्टेबल ने की पिटाई, डॉक्टर का सिर फटा
हेलमेट की जांच के दौरान एक पुलिस कांस्टेबल की पिटाई से जिला अस्पताल में सेवारत डॉक्टर का सिर फट गया।
भुवनेश्वर, जेएनएन। अनुगुल जिला के अनुगुल थाना चौक के पास रविवार को सुबह हेलमेट की जांच के दौरान एक पुलिस कांस्टेबल की पिटाई से जिला अस्पताल में सेवारत डॉक्टर का सिर फट गया। उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। वहीं पुलिसकर्मी डॉक्टर से समझौता करने की उम्मीद से अस्पताल पहुंच गए।
जानकारी के मुताबिक जिला मुख्य अस्पताल में सेवारत ईएनटी स्पेशलिस्ट डॉक्टर कमलाकांत जेना रविवार सुबह करीब 11 बजे ड्यूटी पर जाने के लिए बिना हेलमेट पहने मोटरसाइकिल पर सवार होकर तेज गति से जा रहे थे। उस समय थाना चौक के पास पुलिस के जवान बिना हेलमेट की जांच कर रहे थे। इससे बेखबर डॉक्टर ने हर दिन की तरह राजपथ को जोड़ने वाली सड़क पर अपनी मोटरसाइकिल मोड़ दी।
पुलिस को लगा कि मोटरसाइकिल सवार ने जांच से बचने के लिए ऐसा किया। ऐसे में वहां से 20 मीटर की दूरी पर तैनात पुलिस कांस्टेबल चिंटू महालिक ने उन्हें रोककर डंडा चला दिया। खुद को बचाने के प्रयास में डॉक्टर जेना झुक गए और कोस्टेबल का डंडा उनकी मोटरसाइकिल पर लग गया। इसके बाद कांस्टेबल उनकी गाड़ी की चाबी छीनने का प्रयास करने लगा तो डॉक्टर ने कहा कि पुलिस को चाबी छीनने या पीटने का अधिकार नहीं है। इस पर उक्त कांस्टेबल आगबबूला हो गया और डॉक्टर पर ताबड़तोड़ डंडा बरसाने लगा। इससे जेना का सिर फट गया। खून से लथपथ डॉक्टर वहीं जमीन पर गिर गया। तब उन्हें गंभीर अवस्था में अनुगुल जिला अस्पताल में भर्ती किया गया। जहां पर उनका इलाज चल रहा है।
इस बीच पुलिस मामले में समझौता करने के लिए डॉक्टर से मिलने अस्पताल पहुंच गई। लोगों का कहना है कि किसी भी वाहन की जांच करते समय पुलिस किसी भी चालक या सवार की पिटाई नहीं कर सकती। नियम होने के बावजूद आए दिन इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं। पुलिस के इस तरह के कदम का स्थानीय लोगों ने विरोध करते हुए कहा कि पुलिस हेलमेट जांच के नाम पर गुंडागर्दी कर रही है। यात्रा के समय जिस व्यक्ति ने हेलमेट नहीं पहना हुआ हो पुलिस को उस पर जुर्माना लगाना चाहिए ना कि उसकी पिटाई कर जख्मी कर दे।