शेषनाथ राय, भुवनेश्वर। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर स्थित खंडगिरी माघ मेले में देश के विभिन्न राज्यों से आए साधु संतों का समागम हुआ है। कुम्भ मेला 12 वर्ष में एक बार लगता है मगर खंडगिरी मेला हर वर्ष लगता है। यहां साधु संत आते हैं और होम यज्ञ करते हैं। इस मेले की विशेषता है यहां की गुप्त गंगा, जिसका पानी अपने ऊपर छिड़कते हैं, होम यज्ञ करते हैं। मान्यता है कि इससे उन्हें मोक्ष मिलता है।
गौरतलब है कि इस मेले में अनेक साधु-संत आते हैं और इनका परिचय भी होता है। इन्हीं साधु संतों में से एक डॉक्टर बाबा हैं। इसी कड़ी में बाबा लिपस्टिक को लेकर काफी चर्चा में बने हुए हैं। उनका कहना है कि हिन्दू महिला या लड़कियों को लिपस्टिक नहीं लगानी चाहिए। उन्होंने बताया कि इसमें सुअर की चर्बी होती है। ऐसे में हिन्दू लड़की या महिलाओं को लिपस्टिक नहीं लगानी चाहिए। बाबा कहते हैं कि कहीं भी पता कर लें लिपस्टिक में सुअर की चर्बी मिलाई जाती है। वहीं बाबा ने मांस-मंदिरा का सेवन करने वाले पुजारियों पर भी तीखा हमला बोला और कहा कि पुजारी होकर मीट खाओगे, मदिरा का सेवन करोगे तो बुद्धि विपरीत होनी ही है।

खंडगिरी हमारे नागा साधुओं की है तपोभूमि
डॉक्टर बाबा ने कहा है कि खंडगिरी हमारे नागा साधुओं की तपोभूमि है जैसे कुरुक्षेत्र में तपोभूमि है। यहां लाखों साधुओं ने तपस्या की है। यहां उनकी पॉजिटिव ऊर्जा हमें खींचकर यहां लाई है। डॉक्टर नाम तो आप लोगों ने रखा है, हम तो जड़ी बूटी देते हैं। डॉक्टर बाबा ने बताया कि वह 7 साल से यहां आ रहे हैं, मगर मेले में तीन साल से बैठते हैं। यहीं भुवनेश्वर में नीलाद्री विहार इलाके में रहते हैं। हम जड़ी-बूटी देते हैं, नाम तो आप लोगों ने रख दिया है। हम तो किसी भी बीमारी के मरीज आ जाएं, उनका इलाज करते हैं। जड़ी-बूटी से उपचार करते हैं।
योग क्रिया से खाने के तरीके के बारे में जानकारी देते हैं। योग क्रिया से 50 ग्राम हर दिन दूध पीएं, आप स्वस्थ रहेंगे। कोरोना के समय हम यहां पर थे। नीम का पत्ता, गिलोय, काली मिर्च का चने के बराबर गोली बनाकर हर दिन सुबह गरम पानी से खाएं कोरोना क्या कोई बीमारी नहीं होगी। यह हम नहीं कह रहे हैं कई लोगों ने कहा है, रामदेव बाबा ने कहा है, डब्ल्यूएचओ ने भी कहा है।
युवाओं को मानसिक शांति के लिए अच्छे संस्कार डालने होंगे। युवा अगर मानसिक शांति के लिए अच्छे संस्कार डालें तो वह सुसाइड कभी नहीं कर सकते हैं। बाबा ने कहा कि हम अपने संस्कार भूल रहे हैं, अंग्रेज एवं विदेशी उस संस्कार को ले रहे हैं। पुरी में अंग्रेज भरे पड़े हैं, काशी में भरे पड़े हैं, जो पूजा पाठ हम नहीं करते हैं वह कर रहे हैं। पुजारी होकर मीट खा रहे हो, मदिरा पी रहे हो तो बुद्धि तो विपरीत होगी ही।
40 दिन में मिलेगी डायबिटिस से मुक्ति
डायबिटिस नीम का पत्ता, करेला का ग्राइंडिग करो और उसे एक बर्तन में भरकर कूदो उसमें कुदने से पैर भीगेगा और इससे आपका मुंह कड़वा हो जाएगा। एक घंटे तक कूदना चाहिए। इससे तीन बीमारी ठीक होगी, आपकी कीडनी ठीक हो जाएगी, आपका लीवर ठीक हो जाएगा, यदि परिवार में कोई डाइबिटिक मरीज है तो ऐसा करने से एक सप्ताह में तो आप इंसुलीन लेना बंद कर दोगे, 40 दिन में डाइबिटिस खत्म हो जाएगी।