राज्य के 28 जिलों में हुई डेंगू मरीजों की पहचान
राज्य में डेंगू का प्रकोप राजधानी ही नहीं प्रदेश के 28 जिलों में फैल
संवादसूत्र, भुवनेश्वर : राज्य में डेंगू का प्रकोप राजधानी ही नहीं प्रदेश के 28 जिलों में फैला हुआ है। अब तक सरकार ने 5 लोगों की मौत डेंगू से होने की बात मानी है। स्वास्थ्य विभाग की के अनुसार, विगत 17 जून तक राज्य के विभिन्न जिलों के 8526 मरीजों का नमूना लिया गया था जिसमें से 1532 में डेंगू के लक्षण पाए गए। सबसे अधिक 451 डेंगू पॉजिटिव खुर्दा जिले में पाए गए हैं। कटक जिले में 325, रायगढ़ा में 133 मरीज डेंगू से प्रभावित मिले हैं। इसी तरह जगत¨सहपुर जिले में 65, जाजपुर में 63, पुरी में 56, कालाहांडी में 53, बालेश्वर में 44 मरीजों में डेंगू के लक्षण पाए गए। सबसे कम 3 लोग कंधमाल जिले में डेंगू से पीड़ित मिले।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल डेंगू के मरीजों की संख्या में काफी बढ़ोत्तरी देखी गई है। पिछले साल इसी समयावधि में 4,985 मरीजों के नमूने की जांच में 412 को पॉजिटिव पाया गया था। इस साल 8526 नमूनों में से 1532 को डेंगू पॉजिटिव पाया जाना चिंता का विषय है। सबसे ज्यादा मरीज राजधानी भुवनेश्वर क्षेत्र के हैं। केवल भुवनेश्वर महानगर निगम (बीएमसी) क्षेत्र से ही 428 डेंगू पॉजिटिव मरीजों की पहचान हुई है।
जिलाधीश ने की अधिकारियों संग मंत्रणा
इधर, कटक में दिन-प्रतिदिन बढ़ती डेंगू मरीजों की संख्या को लेकर गुरुवार को जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीडीएमओ) कार्यालय में बैठक आयोजित की गई। इसमें जिलाधीश अरविंद अग्रवाल, सीएमसी कमिश्नर विकास चंद्र महापात्र, सीडीएमओ डॉ. हर प्रसाद पटनायक, सभी ब्लाक के बीडीओ समेत कई विभागों के अधिकारियों ने उपस्थित रहकर डेंगू नियंत्रण को लेकर पर चर्चा की। छानबीन में पता चला है कि लोग एससीबी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के बदले निजी अस्पताल में इलाज करा रहे हैं। इस संदर्भ में जिला प्रशासन को सूचित भी नहीं कर रहे हैं, जिससे समस्या उत्पन्न हो रही है। मरीज की हालत नाजुक हो जाती है तब उसे एससीबी मेडिकल में लाया जाता है और मरीज की मौत हो जाती है तो उत्तेजना फैलती है। ऐसे में तमाम निजी अस्पतालों को अपनी ओर से एससीबी के अधिकारी या जिला प्रशासन को सूचना देने के लिए जिलाधीश कदम उठाएं, या निर्देश दें, इस पर अधिकारियों ने जोर दिया। बैठक में अधिकारियों को डेंगू के लिए क्या ठोस कदम उठाना चाहिए, इस दिशा में काम करने के लिए जिलाधीश ने निर्देश दिया। इसके अलावा इस बीमारी को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाने पर पर भी उन्होंने जोर दिया। उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले ही एक महिला मरीज की मौत हो गई थी।