दहेज के लिए फिर जिंदा जलायी गयी बहू, सास और ननद हिरासत में
जिला केन्द्रापड़ा के एक गांव में दहेज के लिए एक बहू को उसकी सास और ननद द़वारा जिंदा जलाकर मार देने की घटना सामने आयी है।
भुवनेश्वर, जेएनएन। ओड़िशा के केन्द्रापड़ा जिला के मार्शाघाई थाना अन्तर्गत बालीसुआ गांव में सोमवार को दहेज के लिए एक बहू को उसकी सास एवं तीन ननद द्वारा जिंदा जलाकर मार देने की दिल को दहला देने वाली एक घटना सामने आयी है। पुलिस इस मामले में सास एवं तीनों ननद को हिरासत में लेकर घटना की छानबीन कर रही है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक रविवार देर रात लगभग 11:00 बजे दहेज के लिए महिला की सास एवं तीनों ननदों ने मिलकर बहू के हाथ पैर बांध दिए और घर के ही कोने में धकेल कर उसकी शरीर पर किरोसीन डालकर आग लगा दी। घर में आग लगी देख कर आस-पास के लोग वहां पहुंचे और भारती एवं उसकी बेटी को बचाने का प्रयास किया। हालांकि तब तक भारती बुरी तरह से जल गई थी मगर उसकी पांच महीने की बेटी ठीक थी। इस आग में घर के दो कमरे भी जल गए हैं।
मरने वाली महिला का नाम भारती स्वांई है। भारती का शरीर 80 प्रतिशत जल गया था। गम्भीर अवस्था में उसे कटक के एससीबी मेडिकल में ले जाया गया, जहां पर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई है। दहेज के लिए सास एवं तीन ननद महिला पर बार-बार अत्याचार कर रहे थे, आखिरकार रविवार रात में हाथ पैर बांधकर घर में ही जिंदा जला दिया। यह बात खुद उक्त महिला ने मरने से पहले बुरी तरह से झुलसे हुए अवस्था में बचाने वाले पड़ोसी के सामने कही है, जिसका पड़ोसी ने वीडियो बना लिया है। पुलिस इस संबंध में एक मामला दर्ज कर सास के साथ तीनों ननद को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
खबर के मुताबिक स्थानीय बड़पाल गांव की भारती की बालीसुआ गांव के निर्मल साहू के साथ भारती की शादी हुई थी। भारती की पांच महीने की एक बेटी भी है। शादी के बाद से ही सास एवं ननद दहेज के लिए उस पर अत्याचार कर रहे थे। भारती का पति घर पर नहीं रहता है, वह बाहर नौकरी करता है। उक्त महिला ने कहा है कि इस घटना के बारे में ससुर को कोई जानकारी नहीं थी, यह सब सास एवं तीनों ननद ने किया है। एक पड़ोसी ने भारती से घटना के बारे में पूछा तो उनसे उपरोक्त बातें बतायी थी, जिसे उसने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया है।