cyclone fani: चक्रवाती तूफान तितली से भी अधिक खतरनाक होगा फेनी, तीन मई तक ओडिशा तट से टकराने की है संभावना
cyclone fani. भुवनेश्वर स्थित क्षेत्रीय मौसम विभाग के अनुसार चक्रवाती तूफान तितली से भी अधिक खतरनाक होगा फेनी का प्रभाव।
भुवनेश्वर, जेएनएन। दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती तूफान 'फेनी' को लेकर गृह मंत्रालय के नेशनल इमरजेंसी रिस्पांस सेंटर (एनइआरसी) की तरफ से एडवाइजरी जारी की गई है। ओडिशा समेत तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल एवं आंध्र प्रदेश सहित तीन केंद्र शासित प्रदेश अंडमान-निकोबार, पुडूचेरी एवं लक्ष्यद्वीप के लिए भी एडवाइजरी जारी की गई है।
एनइआरसी की तरफ से जारी एडवाइजरी के मुताबिक सोमवार रात ढाई बजे फेनी श्रीलंका के ट्रिंकोमाली के पूर्व-उत्तर पूर्व में 640 किमी दूरी पर था। चेन्नई से 710 किमी की दूरी पर, जबकि आंध्र प्रदेश के मछलीपटनम से 810 किमी. दूरी पर था। मंगलवार की सुबह तक इसके वेरी सीवीयर साइक्लोनिक स्टर्म का रूप लेने का अनुमान किया गया है। एक मई शाम तक यह उत्तर-पश्चिम की तरफ गति कर सकता है। इसके बाद उत्तर पूर्व की दिशा में गति करते हुए ओडिशा की तरफ बढ़ने का अनुमान किया गया है।
तितली से अधिक प्रभावी होने का अनुमान
चक्रवात फेनी का प्रभाव चक्रवाती तूफान तितली से भी अधिक हो सकता है। इसे लेकर क्षेत्रीय मौसम विभाग, भुवनेश्वर की तरफ से मंगलवार को सूचना जारी की गई है। क्षेत्रीय निदेशक एचआर विश्वास ने बताया कि चक्रवाती तूफान फेनी मंगलवार की सुबह सीवीयर साइक्लोन वेरी का रूप धारण कर चुका है। तटीय ओडिशा के सभी जिलों में दो मई से बारिश शुरू हो जाएगी। तीन व चार को तटीय ओडिशा के सभी जिलों में बारिश होगी। मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की हिदायत दी गई है। बंदरगाहों में दो नंबर खतरे का निशान लगा दिया गया है।
तीन मई तक ओडिशा तट से टकराने का अनुमान
विशेष राहत आयुक्त विष्णुपद सेठी ने बताया कि तीन मई तक चक्रवाती तूफान फेनी ओडिशा तट से टकरा सकता है। ऐसे में तटीय जिलों के जिलाधीशों को सतर्क रहने को कहा गया है। ओड्राफ, एनडीआरएफ तथा दमकल वाहिनी कर्मचारियों को पहले ही वहां पर भेज दिया जाएगा। प्रभावित होने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया जाएगा। केंद्र सरकार ने दिए 340.87 करोड़ केंद्र सरकार ने राज्य को अग्रिम तौर पर 340.87 करोड़ रुपये राज्य आपदा संचालन कोष में दिए हैं। अनुमान लगाया जा रहा था कि चक्रवात पुरी के सातपाड़ा और चंद्रभागा के बीच ओडिशा तट से टकराएगा। हालांकि, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने अनुमान लगाया है कि तूफान के कारण भद्रक और बालेश्वर के बीच तट पर भूस्खलन की आशंका है। सरकारी कर्मचारियों की छुट्टी रद चक्रवाती तूफान को लेकर पुरी के जिलाधीश ज्योति प्रकाश दास ने उच्चस्तरीय बैठक कर स्थिति की समीक्षा की।
जिलाधीश ने संभावित प्रभाव को ध्यान में रखते हुए सभी सरकारी कर्मचारियों की छुट्टी रद कर दी है। जिलाधीश ने स्पष्ट किया है कि जिले के तटवर्ती इलाके में रहने वाले लोगों को समय रहते सुरक्षित किया जाएगा। सूखा हुआ खाद्य, जरूरी सामग्री पेयजल, दवा, पशु खाद्य, की व्यवस्था करने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया गया है। पुरी शहर से जल निकासी के लिए 10 पंपिंग सेट की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा अन्य सभी जरूरी कदम उठाने के लिए अधिकारियों को कहा गया है। बैठक में अतिरिक्त जिलाधीश विनय कुमार दास, उपजिलाधीश भवतारण साहू, जिला मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. रामचंद्र राउत प्रमुख उपस्थित थे।