हजारों का घर-बार चौपट कर गया चक्रवात फणि
जेएनएन संबलपुर/भुवनेश्वर चक्रवात फणि के तांडव से पुरी भुवनेश्वर कटक समेत तटीय जिलों मे
जेएनएन, संबलपुर/भुवनेश्वर : चक्रवात फणि के तांडव से पुरी, भुवनेश्वर, कटक समेत तटीय जिलों में हुए नुकसान के बाद अब राहत का कार्य युद्धस्तर पर शुरू हो गया है। पुरी और भुवनेश्वर के लिए ट्रेन यातायात धीरे-धीरे सामान्य किया जा रहा है। साथ ही चक्रवात से प्रभावित लोगों के पुनर्वास आदि राहत के लिए सरकार की ओर से नुकसान के आकलन का काम किया जा रहा है। शुक्रवार को चक्रवात फणि ने पुरी में लैंडफॉल करने के बाद दो सौ से अधिक किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चली हवा और घनघोर बारिश ने तटीय जिलों में रहने वाले हजारों परिवारों की घर-गृहस्थी को चौपट कर दिया है। खासकर कच्चे मकान व झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों को काफी नुकसान हुआ है। चक्रवात फणि ने पुरी जिला में व्यापक तबाही मचायी है। राजधानी भुवनेश्वर, गंजाम, जगतसिंहपुर आदि जिलों में भी इस चक्रवात का कहर बरपा है। इन जिलों में भी घर-बार गंवाने वालें की संख्या संख्या हजारों में होने की बात सामने आयी है। हालांकि शासन-प्रशासन की ओर से प्रभावित लोगों तक जल्द से जल्द राहत पहुंचाने को सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। सरकार ने सभी जिलाधीशों समेत राहत एवं बचाव कार्य की मानीटरिंग कर रहे अधिकारियों को प्रभावित लोगों को त्वरित राहत पहुंचाने को कहा है।
इधर, चक्रवात की वजह से शुक्रवार को संबलपुर, केसिंगा और टिटिलागढ़ स्टेशन में रुकी लंबी दूरी की ट्रेनों को रवाना किया गया है। संबलपुर रेल मंडल कार्यालय सूत्र के अनुसार, रविवार की शाम तक ट्रेन यातायात सामान्य होने की संभावना है।
पश्चिम ओडिशा में कोई प्रभाव नहीं
चक्रवात फणि को लेकर पश्चिम ओडिशा मौसम विभाग की ओर से येलो अलर्ट जारी किया गया था। इसे लेकर लोगों में चिंता थी लेकिन फणि का थोड़ा भी प्रभाव क्षेत्र में नहीं पड़ा। शुक्रवार की शाम तक आसमान धुंधला रहा। सुबह कुछ देर के लिए हवा चली लेकिन इसके बाद सब कुछ सामान्य रहने से लोगों ने राहत की सास ली।
पीड़ितों की मदद को पुरी रवाना हुई 24 डॉक्टरों की टीम
पुरी में लैंडफाल करने के बाद चक्रवात फणि ने व्यापक तबाही मचायी है। पुरी जिला समेत राजधानी भुवनेश्वर, खुर्दा, केंद्रपाड़ा, गंजाम आदि जिलों में हजारों लोगों का घर-बार बर्बाद हो गया है। खासकर कच्चे मकान, झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोग तो सड़क पर आ गए हैं। चक्रवात के दौरान भीषण आंधी व बारिश से हजारों घरों में पानी घुस जाने से महामारी का संकट पैदा हो गया है। ऐसे में वीर सुरेंद्र साय इंस्टीटयूट ऑफ मेडिकल सांइस एंड एंड रिसर्च, बुर्ला के 24 डॉक्टरों की टीम पुरी के लिए रवाना हो चुकी है। यह टीम वहां पीड़ितों का इलाज करेगी।