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Cyclone Amphan ALERT लैंडफाल से पहले ओडिशा में चक्रवात एम्फन ने मचाई तबाही: 12 जिले प्रभावित

Cyclone Amphan ALERT साइक्लोन एम्फन से हुए नुकसान का सरकार आकलन कर रही है 48 घंटे के अन्दर नुकसान आंकलन रिपोर्ट देने के लिये जिलाधीशों को निर्देश।

By Babita kashyapEdited By: Published: Wed, 20 May 2020 08:44 PM (IST)Updated: Wed, 20 May 2020 09:06 PM (IST)
Cyclone Amphan ALERT लैंडफाल से पहले ओडिशा में चक्रवात एम्फन ने मचाई तबाही: 12 जिले प्रभावित
Cyclone Amphan ALERT लैंडफाल से पहले ओडिशा में चक्रवात एम्फन ने मचाई तबाही: 12 जिले प्रभावित

भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। सुपर साइक्लोन एम्फन सुंदरवन में लैंडफाल करने के बाद बांग्लादेश की तरफ अतिक्रमण कर गया है। लैंडफाल करने के समय अतिक्रम करने के समय हवा की गति 185 किमी. प्रति घंटा थी। हालांकि इससे पहले ओडिशा सीमा से गुजरते समय सुपर साइक्लोन एम्फन ने ओडिशा के तटीय जिलों के साथ कुल 12 जिलों को प्रभावित किया है। इसमें से चार जिला जगतसिंहपुर, केन्द्रापड़ा, भद्रक एवं बालेश्वर जिले में चक्रवात ने ज्यादा तबाही मचाई है। इन जिलों में कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए हैं, घरों के छप्पर उड़ गए हैं, घर की दीवार गिरने से एक बच्ची की मौत हुई है। बिजली खंभे गिर जाने से बिजली सेवा ठप हो गई है, जिसे बहाल करने का कार्य युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया गया है।

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तटीय ओडिशा में बारिश जारी 

हालांकि तूफान के नुकसान से कितना नुकसान हुआ है, उसकी जांच कर 48 घंटे के अन्दर नुकसान का प्राथमिक आकलन कर रिपोर्ट देने के लिए प्रभावित जिलों के जिलाधीश को निर्देश दिए जाने की जानकारी विशेष राहत आयुक्त प्रदीप जेना ने दी है। विशेष राहत आयुक्त ने कहा है कि एम्फन के प्रभाव से तटीय ओडिशा में बारिश जारी है। कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए हैं। पेड़ों को हटाने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। तूफान आने से पहले 1 लाख 37 हजार से अधिक लोगों को स्थानान्तरित कर लिया गया था। 

तूफान से नुकसान

एम्फन के प्रभाव से ओडिशा के तटीय जिले भद्रक, बालेश्वर, जगतसिंहपुर, केन्द्रापड़ा, मयूरभंज के अलावा खुर्दा, जाजपुर, पुरी आदि जिलों में नुकसान हुआ है। हालांकि तटीय जिले ही विशेष रूप से प्रभावित हुए हैं। भद्रक जिले के खनदा गांव में महाचक्रवात के दौरान चल रही हवा के कारण एक घर की दीवार गिर गई। इसमें दबकर एक बच्चे की मौत हो गई है। कुछ जगहों पर तूफान के कारण पेड़ जड़ से उखड़ गए हैं तो कई जगहों पर पेड़ टूटकर रास्ते पर गिर गए हैं। साथ ही बासुदेवपुर प्रखंड में टेलीफोन के तार भी टूट कर गिर गया है।

 बिजली सेवा ठप 

स्थानीय सूत्रों ने बताया कि कुछ बिजली के खंभे भी हवा के दबाव के कारण झुक गए हैं। इससे बिजली सेवा ठप हो गई है। बिजली सेवा को बहाल करने एवं आवागमन को दुरुस्त करने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। तूफान के कारण तटीय जिलों के साथ राजधानी में भी बिजली सेवा ठप कर दी गई थी। बालेश्वर जिले के सोरो पौरपालिका के पठाणमहला एक घर के ऊपर तीन पेड़ गिर गए हैं। इसमें परिवार के तीन लोग बुरी तरह से घायल हो गए हैं। इन्हें सोरो अस्पताल में भर्ती किया गया है। उसी तरह से केन्द्रापड़ा जिले के चालचुआ मेराइन थाना में समुद्री ज्वार का पानी घुस गया है। 

मौसम का हाल 

एम्फन के प्रभाव से सबसे अधिक पारादीप हुआ है। भुवनेश्वर क्षेत्रीय मौसम विभाग के निदेशक एच.आर.विश्वास ने कहा है कि यहां पर अब तक 197.1 मिमी. बारिश रिकार्ड की जा चुकी है। उसी तरह से यहां हवा की गति भी 110 किमी. प्रति घंटा रिकार्ड की गई है। यहां हवा की गति 145 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार से बहने का अनुमान किया गया है। सूचना के मुताबिक चांदबाली में 60.4 मिमी. बारिश रिकार्ड की गई है जबकि भुवनेश्वर में 45.6 मिमी., बालेश्वर में 52.2 मिमी., गोपालपुर में 8.6 मिमी. बारिश रिकार्ड की गई है। उसी तरह से चांदबली में हवा की गति 74 किमी. प्रति घंटे तक पहुंच गई है जबकि भुवनेश्वर में 56 किमी. प्रति घंटे रिकार्ड की गई है। बालेश्वर में हवा की गति 59 किमी, तथा पुरी में 39 किमी. रिकार्ड की गई है।


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