नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म, मां व पिता की हत्या; आरोपित गिरफ्तार
भद्रक जिला के धामनगर थाना क्षेत्र के तालसिठा गांव में नाबालिग से दुष्कर्म के बाद आरोपित ने उसके माता-पिता की भी हत्या कर दी।
भुवनेश्वर, जेएनएन। भद्रक जिला के धामनगर ब्लाक अंतर्गत धामनगर थाना क्षेत्र के तालसिठा गांव में गत रविवार को नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म तथा उसकी मां की हत्या के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। आरोपित ने पीड़िता के पिता को भी मौत की घाट उतार दिया है। भद्रक पुलिस ने सोमवार देर रात आरोपित को राजधानी भुवनेश्वर से गिरफ्तार किया है। जिसके बाद हुई पूछताछ में आरोपित गोपीनाथ महांती ने पीड़िता के पिता की हत्या करने की बात स्वीकार कर ली।
इसके बाद मंगलवार सुबह पीड़िता के पिता का भी शव बरामद कर लिया गया। स्थानीय लोगों ने छह नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे कालित्रा पुल के पास पीड़िता के पिता रवींद्र बेहुरिया का शव देखकर पुलिस को सूचित किया।इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच शव अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस घटना के बाद स्थानीय इलाके में सनसनी फैल गई है।
जानकारी के अनुसार गोपीनाथ महांती ने रविवार को पीड़िता से न सिर्फ दुष्कर्म किया बल्कि उसकी मां भक्तिलता की सिलबट्टे के प्रहार से हत्या कर दी। इसके बाद पीड़िता का हाथ-पैर पेड़ में बांधकर फरार हो गया था। बाद में गांव वालों पीड़िता को बंधन मुक्त किया। इस घटना के बाद पीड़िता के पिता का कहीं अता पता नहीं चल रहा था। मंगलवार को सुबह उसका शव बरामद हुआ। इसबीच भद्रक के पुलिस अधीक्षक वी गंगाधर ने बताया कि नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म की घटना हुई है। उसकी मां और पिता के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। आरोपित से पूछताछ की जा रही है।
पहले भी मारने का कर चुका था प्रयास
भद्रक में दोहरी हत्या एवं दुष्कर्म मामले में आरोपित गोपीनाथ महांती ने मीडिया के सामने खुलासा किया है कि रवींद्र बेहुरिया के परिवार से बदला लेने की भावना बचपन से ही मन में घर कर गई थी। इन्होंने हमारे घर वालों पर बहुत अत्याचार किए हैं। जिसके चलते इन दोनों की हत्या की। इससे पहले भी हमने कई बार हत्या करने का प्रयास किया मगर विफल रहा, मगर अंत में सफलता मिली और मेरा लक्ष्य पूरा हुआ। उसने बताया कि जब मैं छोटा था तो खान पीन में थोड़ी ही भी देर हो जाती तो वे हमें मारते थे। मेरी मां के पेट पर चढ़ जाते थे। तभी से मैंने इनको मार डालने की ठान ली थी। उसने बताया कि पहले रवींद्र बेहुरिया एवं मैंने खूब शराब पी। इसके बाद रवींद्र का हाथ पैर बांध कैनाल में फेंक दिया। इसके बाद भक्तिलता की हत्या की और तब उसकी बेटी को मारने की कोशिश की। तभी कुछ लोगों की आवाज सुनकर वहां से चला गया। मेरे पास पैसा नहीं था, इसलिए उनके घर की आलमारी खोली और उसमें कुछ गहने आदि साथ लेकर चला गया।