परी प्रकरण में कांग्रेस दो फाड़, विधायक संतोष सिंह सलूजा ने जताई नाराजगी
ओडिशा के नयागढ़ जिला के बहुचर्चित परी हत्या के मामले में विधानसभा के अंदर कांग्रेस की भूमिका को लेकर पार्टी दो फाड़ में बंटी नजर आ रही है।
संसू, भुवनेश्वर : ओडिशा के नयागढ़ जिला के बहुचर्चित परी हत्या के मामले में विधानसभा के अंदर कांग्रेस की भूमिका को लेकर पार्टी दो फाड़ में बंटी नजर आ रही है। कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र ने दल के निर्णय को सही ठहराया है जबकि विधायक संतोष सिंह सलूजा एवं सुरेश कुमार राउतराय की राय इससे अलग है। इन दोनों नेताओं का कहना है कांग्रेस विधायक दल के नेता ने जो निर्देश दिया उसे हमें मानना ही था। उधर, नरसिंह मिश्र ने कहा कि इस मामले में एसआइटी का गठन ऐतिहासिक कदम है। नरसिंह मिश्र ने कहा कि परी हत्याकांड राज्य का एकमात्र मामला नहीं है। पहली बार हो रहा है कि सरकार हाई कोर्ट के सिटिंग जज की अध्यक्षता में एसआइटी की जांच करवाने जा रही है।
वहीं, परी हत्याकांड को लेकर भाजपा ने नई दिल्ली में प्रदर्शन किया है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्र ने राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग से जांच कराने की मांग की है। संबित पात्र का आरोप है कि मामले में बाबुली नामक गुंडे की संलिप्तता का आरोप है जबकि कृषि मंत्री अरुण साहू उसे सुरक्षा दे रहे हैं। इस मामले में सीबीआइ की जांच करवाए जाने की मांग भाजपा कर रही है। नेता विपक्ष प्रदीप्त नायक की अगुवाई में भाजपा का एक 21 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने सोमवार नयागढ़ जिले के जदुपुर गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की। दल में शामिल संबलपुर के विधायक जयनारायण मिश्र ने कहा कि पीड़ित पक्ष की सहायता के लिए भाजपा इस मुद्दे को लेकर सड़क पर उतरेगी। मिश्र ने कहा कि परी की हत्या अंग तस्करी के लिए की गई है। परी के माता-पिता भयभीत हैं। घर में जाकर उन्हें धमकी दी जा रही है। राज्य के नागरिकों की सुरक्षा का उत्तरदायित्व राज्य सरकार का है। पांच बार के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक इस मामले पर क्या कार्रवाई कर रहे हैं। केवल परी का मामला नहीं पिछले दिनों राज्य से 538 बच्चों के गुमशुदगी हुई है। सरकार जांच करे कि कहीं राज्य में मानव अंग तस्करी तो नहीं चल रही है।