परिषद गठन के बाद भी पश्चिमी ओडिशा का विकास नहीं : कांग्रेस
विपक्ष ने पश्चिम ओडिशा के विकास को लेकर राज्य सरकार को कठघरे में खड़ा किया है।
जासं, भुवनेश्वर : विपक्ष ने पश्चिम ओडिशा के विकास को लेकर राज्य सरकार को कठघरे में खडा किया है। कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता नरसिंह मिश्र ने आरोप लगाया कि विकास की धारा में पीछे रह गये राज्य के पश्चिमी क्षेत्र के समुचित विकास के लिए पश्चिम ओडिशा विकास परिषद का गठन तो 2000 से हो चुका है मगर वास्तव में विकास का चित्र स्पष्ट नहीं हो पा रहा। आलम यह है कि अब तक पश्चिम ओडिशा विकास परिषद का मुख्यालय तक नहीं बन पाया है और ना ही इसके लिए जगह चिंह्नित की गई है। इससे पता चलता है कि पश्चिम ओडिशा विकास परिषद का गठन कितना लाभप्रद साबित हुआ है।
जबकि सरकार पश्चिम ओडिशा विकास परिषद के नाम से सालाना 150 करोड की धनराशि मंजूर की जाती है पर देखने मे आया है कि उक्त परिषद जिन प्रकल्पों को मंजूरी देकर धन देती है उसी प्रकल्प को राज्य सरकार कर रही है, इससे असमंजस की स्थिति बन रही है। कांग्रेस नेता ने कहा कि इससे लगता है कि सरकार मात्र एक संस्था खोल कर अपने कर्तव्य की इतिश्री मान रही है। मिश्र ने कहा कि राज्य की एक चौथाई आबादी के विकास को 150 करोड़ रुपये की राशि मुहैया कराई जा रही है। उन्होंने सरकार से मांग की है विधायकों के क्षेत्रीय विकास फंड को मौजूदा 1 करोड़ से बढाकर 5 करोड़ किया जाना चाहिए।