लक्ष्मीधर ने आत्महत्या नहीं की, यह सरकार प्रायोजित हत्या है
लक्ष्मीधर ने आत्महत्या नहीं की है बल्कि यह सरकार प्रायोजित हत्या है।
जासं, भुवनेश्वर : लक्ष्मीधर ने आत्महत्या नहीं की है बल्कि यह सरकार प्रायोजित हत्या है। प्रधानमंत्री आवास के लिए लक्ष्मीधर के साथ जो घटना घटी है वह सभ्य समाज के लिए लज्जाजनक है। आत्महत्या करने वाले व्यक्ति का मृत्यु कालीन बयान सदैव सत्य होता है। खुर्जा जिला के निराकारपुर में आत्महत्या करने वाले किसान लक्ष्मीधर बेहरा के परिवार से गुरुवार को मुलाकात करने पहुंचे केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने यह बात कही है। केंद्रीय मंत्री प्रधान ने कहा कि ग्रामीण आवास के लिए घूस न देने से सहायता राशि से वंचित किसान लक्ष्मीधर ने आत्महत्या कर ली है, यह आरोप सामने आया है।
भाजपा नेता अपराजिता षाड़ंगी के साथ निराकारपुर पहुंचे केंद्रीय मंत्री प्रधान ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पर सीधा हमला किया। कहा कि लक्ष्मीधर के मरने के बाद क्या मुख्यमंत्री और पूछेंगे कि आप खुश हैं, वीडियो पर सीधा आरोप आ रहा है। लक्ष्मीधर ने मरने से पहले नवीन सरकार पर आरोप लगाया है। प्रधान ने सवाल किया कि क्या यही आपकी पारदर्शिता है। राज्यसरकार की विफलता का यह प्रमुख उदाहरण है। प्रधान ने कहा कि आत्महत्या करने वाला किसान बीए पास था और उसके सिर पर डेढ़ लाख रुपये का कर्ज था। परसेंटेज कारोबार रोकने की बात करने वाले मुख्यमंत्री इस पर क्या कहेंगे। प्रधान ने कहा कि परसेंटेज कारोबार से आम जनता त्रस्त आ चुकी है। राजधानी भुवनेश्वर से मात्र 50 किलोमीटर की दूरी पर इस तरह की घटना अत्यन्त ही दुर्भाग्यजनक है। जिस परिवार के पास दो वक्त की रोटी खाने की व्यवस्था नहीं थी उस परिवार से प्रशासनिक अधिकारी 15 से 20 हजार रुपये की घूस मांगी गई।