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Chandi Prasad Mohanty In Bhubaneswar: भारतीय सेना हर परिस्थिति का मुकाबला करने के लिए तैयारः चंडी प्रसाद महांति

Chandi Prasad Mohanty In Bhubaneswar भारतीय सेना के नए उप मुख्य चंडी प्रसाद महांति ने कहा कि किसी भी परिस्थिति का मुकाबला करने के लिए भारतीय सेना के जवान सदैव तैयार रहने की बात सेना के नए उप मुख्य ने कही है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Wed, 20 Jan 2021 05:46 PM (IST)Updated: Wed, 20 Jan 2021 05:46 PM (IST)
Chandi Prasad Mohanty In Bhubaneswar: भारतीय सेना हर परिस्थिति का मुकाबला करने के लिए तैयारः चंडी प्रसाद महांति
भारतीय सेना हर परिस्थिति का मुकाबला करने के लिए तैयारः चंडी प्रसाद महांति। फाइल फोटो

भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। Chandi Prasad Mohanty In Bhubaneswar: भारतीय सेना हर परिस्थिति का मुकाबला करने के लिए तैयारः चंडी प्रसाद महांतिभारत पर हमला करने से पहले पड़ोसी देश को एक बार नहीं बल्कि सौ बार सोचना पड़ेगा। भारत एक परमाणु संपन्न देश है और भारतीय सेना दुनिया की शक्तिशाली सेनाओं में से एक है। यह बात भुवनेश्वर सैनिक स्कूल में बुधवार को आयोजित एक पत्रकार सम्मेलन में चीन व पाकिस्तान का नाम लिए बगैर भारतीय सेना के नए उप मुख्य चंडी प्रसाद महांति ने कही है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश अपनी सेना का आधुनिकीकरण करने के साथ ही और एक पड़ोसी देश की सेना को भी आधुनिकीकरण बनने में सहयोग कर रहा है। हालांकि पड़ोसी राष्ट्र से भारत की सेना अधिक आधुनिक है। भारतीय जवान जो अत्याधुनिक हथियार व उपकरण का प्रयोग कर रहे हैं, वह काफी शक्तिशाली है।

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उन्होंने कहा कि किसी भी परिस्थिति का मुकाबला करने के लिए भारतीय सेना के जवान सदैव तैयार रहने की बात सेना के नए उप मुख्य ने कही है। इसके साथ ही अधिक संख्या में ओडिआ युवक व युवतियों को सेना में शामिल होने के लिए चंडी प्रसाद महांति ने आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि हमें अपने देश व राज्य पर गर्व है। ओडिशा में काफी संख्या में प्रतिभाशाली युवक युवती हैं, जिन्हें सेना में आना चाहिए। उन्होंने इस पर सेना में महिलाओं की भागीदारी पर भी जोर दिया। सेना में वर्तमान समय में महिलाओं की संख्या कम जो और अधिक होनी चाहिए। उप सेना प्रमुख ने कहा कि ओडिशा के प्रत्येक गांव से युवाओं को सेना में भर्ती होना चाहिए। उप सेना प्रमुख ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने जो आत्म निर्भर भारत का सपना देखा है, उसके लिए सेना के साजो सामान को देश में ही बनाने पर विशेष महत्व दिया जा रहा है। 

गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर मई, 2020 से पसरे तनाव में कुछ नरमी के संकेत है। वैसे पिछले एक महीने से आधिकारिक तौर दोनों देशों में ना तो विदेश मंत्रालय के स्तर पर कोई बात हुई है और ना ही सैन्य स्तर पर। इसके बावजूद अधिकारियों का कहना है कि पहले से बेहतर समझ बनी है। इसका मतलब यह कतई नहीं है कि दोनों तरफ से सैन्य वापसी को लेकर कोई घोषणा जल्द होगी लेकिन दोनों पक्ष यह मान रहे हैं कि शून्य से बेहद नीचे के तापमान पर सैन्य तैनाती की आपरेशनल दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि एलएसी पर तैनात भारतीय सैनिकों की सतर्कता में कोई कमी नहीं है और ना ही भारत के स्टैंड में कोई बदलाव आया है।


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