गजपति-गंजाम जाकर प्रधान ने देखा 'तितली' का कहर
राज्य में आए चक्रवाती तूफान तितली एवं उसके बाद आयी बाढ़ से प्रभावित इलाकों का केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने दौरा किया।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : राज्य में आए चक्रवाती तूफान तितली एवं उसके बाद आयी बाढ़ से प्रभावित इलाकों का केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने दौरा कर राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है। शनिवार को प्रधान ने एक वीडियो जारी किया है। इसमें प्रधान ने कहा कि गजपति और गंजाम जिला के प्रभावित इलाकों का हमने दौरा किया। गंजाम के आसिका इलाके में गया तो वहां लक्ष्मीपुर पंचायत के मुकुंद दोरा की 8 साल की बेटी वनिता का शव लापता होने के 8 दिन बाद मिला है। पोस्टमार्टम की व्यवस्था न होने से प्लास्टिक बोरे में भरकर शव को ले जाना पड़ रहा है, जो काफी दुखदायक है। आठ दिन बाद भी लापता लोगों के शव मिल रहे हैं जोकि राज्य सरकार के तमाम दावों की जमीनी हकीकत बयां कर रहे हैं। ऐसे में दायित्व में रहने वाले लोगों के लिए कुछ काम करें तो बेहतर होगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भुवनेश्वर में बड़ी-बड़ी इमारतों में बैठकर नेता, विशेषकर सत्ताधारी दल नेताओं ने कहा कि हमने तितली को संभाल लिया, मगर वास्तविक दृश्य उससे उलट है। आज भी बिजली पूरी तरह से बहाल नहीं हो पायी है। राहत सामग्री सभी को नहीं मिली है, क्षतिग्रस्त हुए पशुओं का हिसाब तक नहीं किया गया है। चक्रवात के आठ दिन के बाद भी लोगों के शव मिल रहे है। जबकि राज्य सरकार जीरो कैजुएल्टी की बहादुरी दिखा रही थी। प्रधान ने कहा कि राज्य सरकार के मंत्री कह रहे हैं कि हमने 4 लाख रुपये सहायता राशि देने की घोषणा की थी मगर इसे बढ़ाकर 10 लाख रुपये सहायता राशि प्रदान करेंगे। प्रधान ने सवाल किया है कि क्या मरने वाले परिवार के लिए 10 लाख रुपये पर्याप्त हैं।
प्रधान ने कहा कि मुख्यमंत्री जल संसाधन विभाग के दायित्व में हैं बावजूद इसके ऋषिकुल्या नदी में बांध की व्यवस्था नहीं है। आसिका शहर की ऊंचाई जितनी है, नदी की भी ऊंचाई उतनी ही है। परिणाम स्वरूप शहर के अंदर 18 फीट ऊंचाई में पानी आ गया था।
प्रधान ने कहा कि जो दायित्व में हैं बयानबाजी करने के बदले वह काम करें तो बेहतर होगा। प्रधान ने कहा कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू खुद कैंप कर दायित्व संभाल रहे हैं। किन्तु गजपति में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को देखने को नहीं मिल रहा है। प्रभावित लोगों का दुख दूर करने के लिए सबको मिलकर काम करने को उन्होंने आह्वान किया है।