Move to Jagran APP

बीजद विधायक देवी मिश्र के ठिकानों पर सीबीआइ का छापा

सिसोर चिटफंड ठगी के मामले में सीबीआई ने शुक्रवार को बीजू जनता दल के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व मंत्री विधायक (बडंबा) देवी मिश्र के कई ठिकानों पर छापेमारी की।

By JagranEdited By: Published: Sun, 20 Sep 2020 12:25 AM (IST)Updated: Sun, 20 Sep 2020 05:12 AM (IST)
बीजद विधायक देवी मिश्र के ठिकानों पर सीबीआइ का छापा
बीजद विधायक देवी मिश्र के ठिकानों पर सीबीआइ का छापा

जासं, भुवनेश्वर (ओडिशा) : सिसोर चिटफंड ठगी के मामले में सीबीआई ने शुक्रवार को बीजू जनता दल के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व मंत्री विधायक (बडंबा) देवी मिश्र के कई ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान पूर्व पर्यटन निदेशक रवि नारायण नंद के घर पर भी सीबीआई छापा मारने की बात पता चली है।

loksabha election banner

सीबीआई की टीम शुक्रवार को अचानक विधायक देवी मिश्र के भुवनेश्वर यूनिट-1 स्थित सरकारी क्वार्टर पहुंची। सीबीआई ने महानदी सिसोर बोटिग प्रोजेक्ट लीज मामले को लेकर करीब साढ़े तीन घंटे से अधिक समय तक मिश्र से सवाल जवाब किया। सीबीआइ टीम ने भुवनेश्वर सरकारी आवास समेत मिश्र के कटक, नरसिंहपुर स्थित पैतृक आवास व भद्रक के साथ कुल 7 ठिकानों पर छापा मारा है। पूछताछ के बाद सीबीआइ की टीम मिश्र के क्वार्टर से कुछ दस्तावेज को भी जब्त कर अपने साथ ले जाने की बात पता चली है। इससे पहले सीबीआइ टीम पूर्व मंत्री देवी मिश्र के निकट सहयोगी दिलीप मिश्र एवं प्रफुल्ल सिंह को एकाधिक बार पूछताछ कर चुकी है।

हालांकि इस संदर्भ में विधायक ने कहा है कि 2013 से सीबीआई इस मामले की जांच कर रही है। उस समय मैं पर्यटन मंत्री था। ऐसे में सीबीआइ की टीम ने हमसे पूछताछ की है। सिसोर को उक्त प्रोजेक्ट देने में मंत्री के तौर पर यह मेरा अपना निर्णय नहीं था बल्कि सरकारी निर्णय था। केवल कागजात के बारे में हमसे पूछताछ सीबीआई ने की है। सीबीआइ को हम हर समय सहयोग कर रहे हैं। हालांकि सिसोर के साथ डील को लेकर क्या प्रमाण मिला है, सीबीआइ की तरफ से इसकी जानकारी नहीं दी गई है।

वहीं, सीबीआइ की इस छापेमारी के बाद बीजद खेमें में हड़कंप मच गया है। ओडिशा में दो विधानसभा सीट पर उप चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में एक बार फिर बीजद के एक वरिष्ठ विधायक को सीबीआइ अपने पंजे में दबोचने की कसरत शुरू कर दी है। इससे पहले सिसोर चिटफंड मामले में बीजद के विधायक प्रभात विश्वाल को गिरफ्तार किया था और वह फिलहाल जमानत पर है। 500 करोड़ रुपये के इस ठगी के मामले में कई आइएएस एवं आइपीएस अधिकारी के नाम भी चर्चा में रहे हैं। इनमें से कुछ से तो सीबीआइ पूछताछ भी कर चुकी है और कुछ से पूछताछ कर रही है।

उधर, प्रदेश में अचानक सीबीआई के सक्रिय हो जाने देस लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी शुरू हो गई है। कांग्रेस ने सीबीआइ जांच की समालोचना की है जबकि भाजपा ने कहा है कि जिसने गलती की है उसे दंड मिलेगा। कांग्रेस के मुख्य सचेतक तारा प्रसाद वाहिनीपति ने कहा है कि आगे उप चुनाव है, ऐसे में भाजपा प्रदेश में सीबीआइ की झांकी दिखा रही है। चार दिन पहले संपन्न हुए राज्यसभा उपाध्यक्ष चुनाव में बीजद ने भाजपा का साथ दिया था। ऐसे में लोगों को केवल दिखाने के लिए कि हम अलग-अलग हैं, बीजद नेता के घर पर सीबीआइ जांच की गई है। बीजद ने कहा है कि राज्य में जब भी चुनाव, उप चुनाव या पंचायत चुनाव होता है, सीबीआई की रेड शुरू हो जाती है। चुनाव से ठीक पहले ही सीबीआइ प्रदेश में क्यों सक्रिय हो जाती है, यह प्रदेश के लोग अच्छी तरह से समझ गए हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.