नव दास हत्याकांड पर राजनीतिक घमासान: भाजपा का आरोप- पुलिस बीजद नेताओं के खिलाफ दर्ज नहीं कर रही है शिकायत
ओडिशा में पूर्व दिवंगत स्वास्थ्य मंत्री नव दास की हत्या को लेकर विपक्ष और सत्तारूढ़ दोनों एक-दूसरे के आमने-सामने है। विपक्ष के नेता इस मामले में एसआईटी जांच और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
जासं, भुवनेश्वर। भाजपा और कांग्रेस सहित विपक्षी दल स्वास्थ्य मंत्री नव दास की हत्या के बाद सत्तारूढ़ बीजद सरकार को घेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ओडिशा में कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा। भाजपा प्रवक्ता सोनाली साहू ने आरोप लगाते हुए कहा कि उच्च न्यायालय के आदेश के बाद ही पुलिस शिकायत दर्ज करने के लिए कदम उठा रही है। अगर हर मामले में पुलिस हाईकोर्ट के हस्तक्षेप के बाद कदम उठा रही है, तो यहां सरकार की कोई जरूरत नहीं है।
क्राइम ब्रांच की जांच पर भी उठ रहे हैं सवाल
महांगा दोहरे हत्याकांड का हवाला देते हुए साहू ने कहा कि उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद ही पुलिस ने बीजद के एक वरिष्ठ और प्रभावशाली नेता के खिलाफ आरोपों पर कदम उठाया। वहीं कांग्रेस की छात्र इकाई के अध्यक्ष यासिर नवाज ने नव दास की हत्या के मामले में चल रही अपराध शाखा की जांच पर भी सवाल उठाए।
उन्होंने कहा कि इस संवेदनशील मामले में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, गृह राज्य मंत्री चुप हैं और 5टी सचिव वीके पांडियन जो अन्य मुद्दों पर सबसे आगे रहते हैं, उन्होंने अभी तक जांच की पारदर्शिता पर बात नहीं की है। हम नव दास हत्या मामले में एसआईटी जांच और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
सत्तारूढ़ दल के नेता ने दी सफाई
विपक्षी दलों के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए सत्तारूढ़ बीजद नेता शशि भूषण बेहरा ने कहा है कि कानून व्यवस्था एक संवेदनशील मुद्दा है क्योंकि यह आम आदमी से जुड़ा है। संवेदनशील घटनाएं होने पर राज्य सरकार हमेशा आवश्यक कदम उठा रही है और कार्रवाई कर रही है। जहां तक जांच का सवाल है, कोई चूक नहीं हुई है। जांच उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की प्रत्यक्ष निगरानी में चल रही है।
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