भाजपा ने धर्मेन्द्र साहू की आत्महत्या के लिए समीर दास को ठहराया जिम्मेदार, मांगा इस्तीफा
Dharmendra Sahu death case जिला परिषद सदस्य धर्मेन्द्र साहू (Dharmender Sahu) की मृत्यु के लिए भाजपा (BJP) ने मंत्री समीर दास (Sameer Dass) को जिम्मेदार ठहराते हुए इस्तीफा मांगा गिरफ्तार मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग उठायी। मीडिया के सामने आडियो टेप भी जारी किया।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। Dharmendra Sahu death case :बीजू जनता दल (BJD) के जिला परिषद सदस्य धर्मेंद्र साहू की आत्महत्या (Dharmender sahu Suicide) के लिए शिक्षा मंत्री समीर रंजन दास (Sameer Ranjan Dass) जिम्मेदार हैं। उन्हें तत्काल गिरफ्तार करने और मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग राज्य भाजपा (BJP) की तरफ से की गई है। भाजपा की ओर से आज मीडिया के सामने एक आडियो टेप जारी किया है, जिसमें धर्मेंद्र की मौत के पीछे मंत्री श्री दास के शामिल होने का सबूत है, होने की बात भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष प्रभाती परिड़ा ने कही है।
राजनीतिक विवाद ही पारिवारिक विवाद का कारण
भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में परिड़ा ने कहा कि मंत्री समीर रंजन दास के व्यापारी से नेता बने साहू के साथ अच्छे संबंध थे। मंत्री श्री दास ने ही अपने प्रभाव से पिछले पंचायत चुनाव में सत्तारूढ़ बीजद की ओर से जिला परिषद सदस्य के रूप में निर्वाचित कराने में अहम भूमिका निभाई थी।
4-5 महीने से पहले निर्वाचित हुए साहू ने अपनी मृत्यु से पहले एक आडियो संदेश में कहा है कि राजनीतिक विवाद ही पारिवारिक विवाद का मुख्य कारण है। वायरल हो रहे इस आडियो क्लिप में साहू ने मंत्री श्री दास समेत सात लोगों को अपनी मौत का कारण बताया है।
मौत से पहले धर्मेंद्र ने सोशल मीडिया के जरिए मौत की वजह और दो वीडियो उल्लेख किया है। हालांकि उनके घर से कुछ ही दूरी पर उनका मोबाइल मिलने से जितना संदेह हो रहा है, उससे कहीं अधिक पुलिस की हिफाजत में दो मोबाइल फोन होने के बाद उनके फेसबुक अकाउंट से स्वत: ही सामने आई सूचनाओं ने और भी कई शंकाओं को बल दिया है।
अधिकार का कर रहे हैं दुरूपयोग
मुख्य आरोपी और राज्य के शिक्षा मंत्री अपने अधिकार का दुरूपयोग कर सभी तथ्यों और सबूतों को नष्ट कर रहे हैं। हालांकि सच्चाई कभी छिप नहीं सकती है और किसी न किसी दिन सामने आएगी। मृत्यु से कुछ घंटे पहले दिवंगत साहू एवं उनके दिवंगत साहू और उनके करीबी दोस्त के साथ उनकी फोन पर हुई बातचीत ने मंत्री श्री दास की संलिप्तता को और भी स्पष्ट कर दिया है।
निष्पक्ष जांच का अनुरोध
इसलिए यदि घटना की निष्पक्ष जांच की जाती है, तो कई तथ्य सामने आएंगे और एक नव निर्वाचित जन प्रतिनिधि को वास्तविक न्याय मिलने की बात श्रीमती परिड़ा ने कही है। इस संदर्भ में भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस आयुक्त से मुलाकात की और इस तरह की संवेदनशील घटना की निष्पक्ष जांच का अनुरोध किया।
क्षमता का दुरुपयोग कर जांच को प्रभावित करने की आशंका बढ़ रही है। परिड़ा ने मांग की कि आरोपी मंत्री श्री दास को मंत्रिमंडल से हटाकर निष्पक्ष जांच के लिए उन्हें गिरफ्तार किया जाए।
इस पत्रकार सम्मेलन में विधायक ललितेंदु विद्याधर महापात्र, मीडिया प्रमुख दिलीप मलिक, पुरी जिलाध्यक्ष आश्रित पटनायक और अक्षय नायक प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
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