बीजद सुप्रीमो ने किया पार्टी कार्यकर्ताओं से जरूरतमंदों की सेवा करने का आह्वान
बीजद सुप्रीमो मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने पार्टी के कार्यकर्ताओं से जरूरतमंदों की सेवा करने का आह़वान करते हुए पदयात्रा को पुन शुरू किया।
भुवनेश्वर, जेएनएन। बीजू जनता दल के तत्वावधान में भुवनेश्वर एकाम्र विधानसभा क्षेत्र से बुधवार को पदयात्रा का शुभारंभ करते हुए बीजदसुप्रीमो तथा मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा है कि बीजू जनता दल सेवा में विश्वास करता है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर अपनी पार्टी के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को जरूरतमंद लोगों की सेवा करने का आह्वान किया। यह पदयात्रा गांधी जयंती के दिन दो अक्टूबर को शुरू हुई थी, दुर्गा पूजा एवं दीपावली के चलते पदयात्रा को स्थगित रखा गया था, जिसे बुधवार को मुख्यमंत्री ने पुन: शुरू किया है। इस अवसर पर भुवनेश्वर बीजद के तमाम विधायक एवं कई नेता व कार्यकर्ता उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दो अक्टूबर से शुरू हुई पदयात्रा कार्यक्रम को प्रदेश भर में लोगों ने स्वागत किया है। ओडिशावासियों के आशीर्वाद के कारण ही बीजद को पुन: लोगों की सेवा करने के लिए अवसर मिला है। बीजू बाबू ओडिशावासियों की सेवा के लिए सदैव तत्पर रहते थे। बीजू जनता दल भी सेवा में विश्वास करता है। बापू जी एवं बीजू बाबू के आदर्श में विश्वास करती है। ओडिशा मेरा परिवार कार्यक्रम हमारी सरकार ने चलाया है। प्रवासी ओडिआ लोगों को सम्मान दिलाने के लिए हमारी सरकार काम कर रही है।
कालिया योजना की दूसरी किश्त नवंबर से
राज्य सरकार के कालिया योजना पर हो हल्ला के मध्य इस योजना की अगली किश्त नवंबर महिने में
रिलीज की जाएगी। इसकी जानकारी देते हुए कृषि व किसान सशक्तिकरण सचिव सौरभ गर्ग ने कहा है कि कालिआ योजना के हिताधिकारियों की जांच समाप्त होने के बाद अब कालिया योजना की दूसरी किश्त हिताधिकारियों के खाते में जमा कर दी जाएगी। उन्होंने केवल इतनी जानकारी दी है कि कालिया योजना लागू होने के बाद से 51 लाख हिताधिकारियों को योजना का लाभ मिल चुका है। हालांकि सचिव ने यह नहीं बताया कि कालिया योजना के अंतर्गत कितने हिताधिकारी गलत पाए गये हैं। गौरतलब है कि सरकार
द्वारा गरीब किसानों के लिए चलाई गई इस महत्वाकांक्षी योजना में अनेक ऐसे लोगों के नाम पाए गये थे जो न तो किसान थे और न ही उनके पास जमीन थी। कई लोग तो शासक दल के कार्यकर्ता होने और सरकारी कर्मचारी होने के बावजूद इसका लाभ उठा ले गये।
इस मामले को लेकर विपक्षी दलों ने सरकार पर वोट हथियाने और भ्रष्टाचार को बढावा देने का आरोप
लगाया था। विपक्ष के अनुसार तीन लाख 41 हजार से अधिक अयोग्य लोगों को कालिया योजना का लाभ दिया गया था। विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया था कि चुनाव से पहले दलीय हित साधन के लिए
करोड़ों रुपये का राजस्व कालिआ योजना के नाम पर लुटा दिया गया है।