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खंडगिरी-उदयगिरी मार्ग पर वाहनों के आवागमन पर लगी रोक, स्थानीय लोग एवं व्यापारियों ने जतायी नाराजगी

खंडगिरी-उदयगिरी मार्ग पर वाहनों की आवाजाही पर लगी रोक को लेकर स्‍थानीय निवासियों व व्‍यापारियों में नाराजगी है। उनका कहना है कि साल भर तो जाम नहीं लगता तो फिर यह फैसला क्‍यों लिया गया। जबकि निर्णय पर्यटकों के खातिर लिया गया है।

By Jagran NewsEdited By: Arijita SenPublished: Wed, 22 Mar 2023 11:14 AM (IST)Updated: Wed, 22 Mar 2023 11:14 AM (IST)
खंडगिरी-उदयगिरी मार्ग पर वाहनों के आवागमन पर लगी रोक, स्थानीय लोग एवं व्यापारियों ने जतायी नाराजगी
खंडगिरी-उदयगिरी मार्ग पर वाहनों के आवागमन पर लगी रोक

जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर। खंडगिरी-उदयगिरी मार्ग वाहनों की आवाजाही के लिए बंद रहेगा। पुरातत्व विभाग ने खंडगिरी चौराहे से उदयगिरी न्यू पार्किंग तक सड़क को बंद कर दिया है। पर्यटकों की आवाजाही के दौरान किसी भी तरह की दुर्घटना से बचने के लिए एएसआई लंबे समय से यह कदम उठाने की योजना बना रहा था। भारी वाहनों के कारण विरासत स्थल पर खतरे के कारण उक्त सड़क से सभी वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है।

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लोगों और व्‍यापारियों ने जताई नाराजगी

एएसआई ने पार्किंग स्थल से ऐतिहासिक स्थल तक बुजुर्गों के लिए बैटरी से चलने वाले वाहनों की व्यवस्था जल्द करने को कहा है। इस बीच वाहनों के आवागमन को बंद किए जाने पर रोजाना इस मार्ग से आवागमन करने वाले लोग और व्यापारियों ने नाराजगी जाहिर की है। उनका कहना है कि इससे हमें लंबी दूरी तय कर अपने गंतव्य को जाना पड़ेगा।

स्‍थानीय निवासियों का कहना सड़क बंद का कोई तुक नहीं

स्थानीय निवासी अभय साहू ने कहा कि सड़क को बंद करने का ऐसा कोई कारण नहीं है। सड़क पर साल भर जाम नहीं लगता है। मुख्य रूप से यात्रा के दौरान या नए साल के दौरान जाम लगता है। अन्यथा, आम लोग शहर में प्रवेश करने के लिए इस सड़क का उपयोग नहीं करते हैं।

पर्यटकों के खातिर उठाया गया यह कदम

एक कर्मचारी मानस साहू ने कहा है कि चूंकि यह एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल है इसलिए साल भर पर्यटक विभिन्न स्थानों से यहां आते हैं। यह कदम यह सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है कि उन्हें किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े। वाहनों को अंदर जाने की अनुमति नहीं है। आपको कार को पार्क में रखना होगा और फिर चल कर जाना होगा।

बता दें कि उदयगिरि और खंडगिरि दो अलग-अलग गुफाएं हैं, जो भुवनेश्वर से लगभग सात किलोमीटर की दूरी पर पहाड़ियों पर स्थित हैं। एक तरफ जहां उदयगिर‍ि में 18 गुफाएं हैं, वहीं खंडगिरि में 15 गुफाएं हैं। इन गुफाओं का निर्माण प्राचीन ओडिशा कलिंग के नरेश खारावेला ने (209-170 ईसा पूर्व के बीच) कराया था। इन गुफाओं की देखरेख की जिम्‍मेदारी इस वक्‍त भारतीय पुरातत्‍व सर्वेक्षण के पास है। 


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