अनुगुल ,संतोष कुमार पांडेय। ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नव किशोर दास के हत्याकांड को लेकर चश्मदीद ने आंखों देखा हाल पुलिस को बताया है। सूचना के मुताबिक युवक नव दास का समर्थक है जिसने मंगलवार को बताया कि गोपाल दास ने मुझे एक तरफ धकेल दिया और मंत्री के पास गए और जैसे ही वह अपनी कार से बाहर निकले, उन पर गोलियां चला दीं। मंत्री की जघन्य हत्या के चश्मदीद सुभेंदु पटनायक ने कहा कि आरोपी एएसआई गोपाल दास पहले बेलपहाड़ थाने में तैनात थे। मैं तब से उसे जानता हूं। उस दिन वह वर्दी में मौके पर था। हमारे बीच करीब 15 मिनट तक औपचारिक बातचीत हुई।
हमें धकेलते हुए ASI मंत्री के नजदीक पहुंचा
सुभेंदु ने आगे बताया कि जब मंत्री मौके पर पहुंचे, तो मैं कुछ अन्य लोगों के साथ उनका स्वागत करने के लिए उनके पास गया, तभी एएसआई गोपालकृष्ण दास हमें एक तरफ धकेलते हुए आगे बढ़ गए। वहीं, जब मैंने उनसे पूछा कि वह इतनी जल्दी में क्यों हैं, तो उन्होंने कहा कि उन्हें मंत्री से कुछ बात करनी है। जैसे ही मंत्री अपने वाहन से उतर रहे थे और हम नारे लगाते हुए और उन्हें माला पहनाकर उनका स्वागत कर रहे थे, लेकिन इतने में वह (ASI) पीछे से आए और मंत्री पर गोलियां चला दीं। उस समय, ऐसा लगता था कि दूरी लगभग 4 से 5 फीट थी, लेकिन उन्होंने बेहद करीब से निशाना साधा।
गाड़ी से उतरते ही दाग दी गोलियां
गौरतलब है, कि एएसआई गोपाल दास को गांधी चौक पर रविवार को यातायात प्रबंधन के लिए तैनात किया गया था, क्योंकि दिवंगत स्वास्थ्य मंत्री नव किशोर दास का पास में ही एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने का कार्यक्रम था। निर्धारित समय पर नव किशोर दास अपने वाहन से मौके पर पहुंचे। जैसे ही वह अपनी कार से उतर रहे थे, गोपाल दास उनके करीब आए और गोलियां चला दीं।
गंभीर रूप से घायल मंत्री को झारसुगुड़ा डीएचएच ले जाया गया। वहां से उन्हें एयरलिफ्ट कर भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। इसके बाद, दास को गिरफ्तार कर लिया गया और झारसुगुड़ा में जेएमएफसी की आवासीय अदालत में पेश किया गया। वह वर्तमान में झारसुगुड़ा उप-जेल में बंद है।