अक्टूबर से श्रीमंदिर में कतारबद्ध दर्शन की व्यवस्था
बैठक में निर्णय लिया गया है कि श्रीमंदिर में भक्तों को दर्शन में सुविधा के लिए कतारबद्ध दर्शन की व्यवस्था अक्टूबर महीने से लागू की जाएगी।
भुवनेश्वर, जेएनएन। गजपति महराज दिव्य सिंहदेव की अध्यक्षता में आयोजित श्रीमंदिर संचालन कमेटी की बैठक में कई ऐसे निर्णय लिए गए, जिसे भक्तों के लिए बेहतर माना जा रहा है। बैठक में निर्णय लिया गया है कि भक्तों को दर्शन में सुविधा के लिए कतारबद्ध दर्शन की व्यवस्था अक्टूबर महीने से लागू की जाएगी। इसके अंतर्गत भक्त सिंहद्वार से मंदिर के अंदर प्रवेश करेगें एवं अन्य 3 द्वार देते हुए बाहर आएंगे।
मंदिर में सेवायतों द्वारा दान दक्षिणा लेने पर पाबंदी लगाने के सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर अमल करने की सहमति बनी और निर्णय किया गया कि मंदिर में 4 नई हुण्डियां (दानपेटी) लगाई जाएंगी। मंदिर में चल रही पिंडी का वसुली को बंद किया जाएगा। बैठक में सुप्रीम कोर्ट द्वारा मंदिर संस्कार के लिए सुझाए गए 12 प्रस्तावों में से 10 को लागू करने की सहमति बन गई है। केवल वंशानुक्रम सेवा का अधिकार और मंदिर कानून में बदलाव संबंधि निर्देश पर संचालन कमेटी ने फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया।
बैठक में निर्णय लिया गया है कि सेवायतों(सेवकों) के वंशांनुक्रम अधिकार को बनाए रखने के लिए सुप्रीम कोर्ट में नए सिरे से याचिका डाली जाएगी। इसके अलावा पिछले नवकलेवर के समय हुई गड़बड़ी की रिपोर्ट को सार्वजनिक न किए जाने का निर्णय लिया गया। इसके लिए तर्क दिया गया कि यह रिपोर्ट महाप्रभु के गुप्तनीति से संबंधित है, अतः इसे प्रकाश नहीं किया जा सकता। सूचना के अधिकार कानून के तहत भई यह रिपोर्ट नहीं मांगी जा सकती है।