अनुगुल/भुवनेश्वर, संवाद सूत्र। ओडिशा के खोर्धा जिले के बालुगांव थाना क्षेत्र के सरनई गांव में शुक्रवार को महिला स्वयं सहायता समूह (डब्ल्यूएसएचजी) के नाराज सदस्यों ने एक अवैध शराब की दुकान को तोड़ दिया। बताया जा रहा है कि महिलाएं अवैध शराब दुकान को लेकर काफी समय से शिकायत कर रही थीं, लेकिन पुलिस ने उनकी दुर्दशा पर कोई ध्यान नहीं दिया।

शराब ने उजाड़ा महिलाओं का घर

उनका आरोप है कि गांव में तीन दोस्तों द्वारा अवैध रूप से चलाई जा रही शराब की दुकान के कारण उनके पति और बच्चे शराब के आदी हो गए और दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवा चुके हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि शराब के कारण सरनई के लोगों को लाइलाज बीमारियां हो गई हैं।

शराब कारोबारियों ने बच्चों को बनाया शराबी

एक स्थानीय महिला दमयंती साहू ने कहा कि तीनों शराब बेचने वालों ने हमारे बच्चों को शराबी बनाकर मार डाला। हमारे पति शराब पीकर हमें पीट रहे हैं और मेरा हाथ तीन बार टूट चुका है।

मेरा बेटा नशे की लत से दुर्घटना में घायल हो गया। इसी शराब से परेशान होकर एक महिला ने आत्महत्या कर ली। हम सरकार से शराब बेचने से रोकने का आग्रह करते हैं।

पति कमाई को शराब में उड़ाता था

इसी तरह सरनई की एक अन्य महिला अनीता महाराणा ने बताया कि मेरी दो बेटियां हैं और मेरे पति जो कुछ भी कमाते हैं, उसे शराब में उड़ा देते हैं।

अगर मैं उसे शराब पीने से रोकती हूं तो वह मुझे पीटते हैं। इस मामले में हम कई बार थाने में शिकायत कर चुके हैं, लेकिन पुलिस ने अब तक शराब तस्करों पर कार्रवाई नहीं किया है।

पुलिस की निष्क्रियता से निराश, गांव की महिलाएं, विशेष रूप से एक स्वयं सहायता समूह एकजुट हो गईं और लाठी और लाठियों से शराब की दुकान को नष्ट कर दिया।

दुकान क्षतिग्रस्त होने के बाद से ही गांव से विक्रेता फ़रार हो गए हैं । इस संबंध में प्रशासन की ओर से कोई टिप्पणी नहीं आई है।

Edited By: Yashodhan Sharma