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डॉक्टर की लापरवाही का खामियाजा बच्चे ने भुगता

मो सरकार (मेरी सरकार) कार्यक्रम के जमीनी स्तर पर सफल क्रियान्वयन के लिए सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 17 Oct 2019 06:21 PM (IST)Updated: Fri, 18 Oct 2019 06:34 AM (IST)
डॉक्टर की लापरवाही का खामियाजा बच्चे ने भुगता
डॉक्टर की लापरवाही का खामियाजा बच्चे ने भुगता

जासं, भुवनेश्वर : मो सरकार (मेरी सरकार) कार्यक्रम के जमीनी स्तर पर सफल क्रियान्वयन के लिए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के निजी एवं 5-टी कार्यक्रम के सचिव वीके पांडियन राज्य के अस्पतालों का दौरा कर रहे हैं। सरकार भी सबको समुचित चिकित्सा सेवा के लिए प्रतिबद्ध है। लेकिन धरातल पर हालात हैं कि सुधरने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। एक ऐसा ही मामला अनुगुल जिला के आठमलिक ब्लॉक अंतर्गत माधपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सामने आया है।

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कुछ दिन पहले यहां इंजेक्शन लेने आए एक तीन साल के बच्चे के शरीर में सूई का कुछ हिस्सा टूट कर रह गया था। इससे बच्चे को असहनीय दर्द का सामना करना पड़ा है। वर्तमान समय में सूई के टूटे हुए हिस्से को निकाल दिया गया है और बच्चे को अनुगुल मेडिकल में भर्ती किया गया है जहां उसकी हालत में सुधार बताया गया है।

आरोप है कि आठमलिक ब्लॉक क्षेत्र के मोहनखली गांव के सीताकांत के तीन साल के बेटे स्वयंजीत को बुखार हुआ था। परिवार वाले उसे इलाज के लिए माधपुर स्वास्थ्य केंद्र ले गए थे। डॉक्टर ने बच्चे को देखने के बाद इंजेक्शन एवं दवा लिख दिया। मेडिकल की एक नर्स ने बच्चे को इंजेक्शन लगाया लेकिन लापरवाही बस सूई टूटकर बच्चे के शरीर में ही रह गई। इसका परिवार के लोगों को कुछ पता नहीं चला। कुछ दिन बाद जब बच्चे को असहनीय दर्द होने लगा तो परिवार वाले उसे लेकर फिर मेडिकल पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने कहा कि एंटीबायोटिक दिया जा रहा है इसी वजह से बच्चे को दर्द हो रहा है। इसी बीच गुरुवार को बच्चे के शरीर से सूई का टुकड़ा अपने आप फूटकर बाहर निकल आने से पूरा मामला सामने आ गया। अब बच्चे को इलाज के लिए अनुगुल मेडिकल रेफर किया गया है।

बच्चे के पिता ने बताया कि स्वयंजीत को बुखार हुआ था। नर्स ने उसे इंजेक्शन दिया था, मगर उसके बाद से बच्चे की पीड़ा कम होने के बाद बढ़ रही थी। अस्पताल आने पर डॉक्टर बर्फ लगाने को कहते थे। कुछ दिन बाद उक्त स्थान पर मांस बाहर निकलने पर डॉक्टर को दिखाया तो उन्होंने दवा लिखी, दवा खिलाने के बाद सूई बाहर दिखने लगी।

मेडिकल के इंचार्ज डॉ. शांतनु पटनायक ने बताया कि बच्चे के परिवारवाले उसे लाए थे। मैने उक्त स्थान पर फूला हुआ देखने के बाद उसी हिसाब से दवा लिख दी। आज जब वह बच्चे को लेकर पुन: मेडिकल आए तो सूई बाहर निकली दिखी इसके बाद हमने उसे बाहर निकाल दिया है। बच्चे को अनुगुल रेफर कर दिया गया है जो कि फिलहाल स्वस्थ है।


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