रैगिंग रोकने के लिए एंटी सेल हुआ सक्रिय
रैगिंग के मामलों की रिपोर्ट सामने आने के बाद शिक्षानुष्ठानों की तरफ से शुक्रवार को रैगिंग रोकने की दिशा में प्रयास शुरू कर दिया गया है।
भुवनेश्वर, जेएनएन। राज्य के शिक्षानुष्ठान में छात्रों के साथ बढ़ रहे रैगिंग के मामलों की रिपोर्ट सामने आने के बाद आखिरकार शिक्षानुष्ठान की आंख खुल ही गई है। राजधानी भुवनेश्वर में विभिन्न शिक्षानुष्ठानों की तरफ से शुक्रवार को रैगिंग रोकने की दिशा में प्रयास शुरू कर दिया गया। इस कड़ी में एंटी रैगिंग सेल का गठन किया गया है और कैंपस में पोस्टर चिपकाए गए हैं। इतना ही नहीं शिक्षानुष्ठानों की तरफ से स्पष्ट किया गया है कि यदि कोई छात्र या छात्रा इस मामले में संलिप्त पाया जाता है तो फिर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उत्कल विश्वविद्यालय ने एंटी रैगिंग सेल कार्यकारी करने में ज्यादा तत्परता दिखाई है। विश्वविद्यालय की तरफ से एंटी रैगिंग सेल गठन किया गया है। इसमें सात सदस्यों को शामिल किया गया है। विश्व विद्यालय सीडीसी निदेशक प्रो. संतोष कुमार त्रिपाठी सेल के नोडल अधिकारी है। वहीं हॉस्टल के वार्डन, छात्र संसद के सलाहकार, डीएसडब्ल्यू आदि को सदस्य बनाया गया है। जो पीड़ित छात्र छात्रओं के आरोप के आधार पर मामले की जांच कर विश्वविद्यालय के अधिकारियों को रिपोर्ट देंगे। कैंपस में विभिन्न स्थान में पोस्टर लगा दिया गया है। उत्कल विश्व विद्यालय के अलावा रमादेवी महिला विश्व विद्यालय,भुवनेश्वर आइआइटी, नाइजर, बीजेबी स्वयंशासित महाविद्यालय जैसे शिक्षानुष्ठान में एंटी रैंगिग सेल गठन करने के साथ पोस्टर लगाया गया है।