आखिरकार पकड़ी गई आदमखोर बाघिन
आखिरकार आदमखोर बाघिन सुंदरी को ट्रेंकुलाइज कर काबू में क
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर: आखिरकार आदमखोर बाघिन सुंदरी को ट्रेंकुलाइज कर काबू में कर लिया गया। कुमकी हाथनी यशोदा की सहायता से विशेषज्ञ दल ने सुंदरी को ट्रेंकुलाइज किया। यह जानकारी पीसीसीएफ संदीप त्रिपाठी ने दी।
सुंदरी ने अनुगुल जिले के सातकोशिया संरक्षित जंगल में हातिबारी और टाईसी में दो व्यक्तियों को मार डाला था। इसके बाद 23 अक्टूबर से सुंदरी को पकड़ने के लिए लगातार प्रयास जारी था। लेकिन हर बार सुंदरी उसे पकड़ने गई टीम को पकड़ने गई टीम को चकमा देती रही। मंगलवार को आखिरकार सातकोशिया एवं नन्दनकानन टीम की कोशिश रंग लाई और सुंदरी को ट्रांकुलाइज किया गया।
इस आदमखोर बाघिन सुंदरी को जल्द ही नन्दनकानन प्राणी उद्यान ले जाया जाएगा। सुंदरी को पकड़ने के लिए नन्दनकानन, शिमिलापाल और मध्यप्रदेश से भी विशेषज्ञ बुलाए गए थे। उसे पकड़ने के लिए 15 दिन से अधिक का समय लग गया। विशेषज्ञों के अनुसार जंगल में आदमखोर बन गये बाघ को पकड़ना इतना आसान काम नहीं होता है। मनुष्य का शिकार करने के बाद बाघ को आमतौर पर मनुष्य के खून का चस्का लग जाता है। अत: इस आपरेशन में समय लगने का आरोप लगाना सही नहीं है। बाघिन सुंदरी को पकड़ लिए जाने के बाद स्थानीय कई गांव के लोगों ने राहत की सांस ली है। साथ ही वन विभाग ने राहत की सांस ली है।