बाढ़ प्रभावित जिलों का सीएम ने किया हवाई सर्वेक्षण
चक्रवाती तूफान तितली के प्रभाव से गंजाम, गजपति एवं रायगड़ा जिला में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : चक्रवाती तूफान तितली के प्रभाव से गंजाम, गजपति एवं रायगड़ा जिला में आई भीषण बाढ़ में फंसे लोगों को सूखा खाद्य वायु सेना के तीन हेलिकॉप्टर के जरिए दिया जा रहा है। शहरी इलाके में गाड़ी के जरिए लोगों को पका हुआ खाद्य पहुंचाया जा रहा है। जहां पर गाड़ी नहीं पहुंच पा रही है उन इलाकों में हेलिकॉप्टर के जरिए खाद्य सामग्री वितरित की जा रही है। बाढ़ में अभी 1 लाख 10 हजार लोग फंसे हुए हैं। ऐसे में शनिवार सुबह मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने हेलिकॉप्टर के जरिए उक्त तीनों जिलों में बाढ़ का हवाई सर्वेक्षण किया। बरहमपुर रंगेईलुंडा हेलीपैड से वायुसेना के हेलिकॉप्टर से उड़े मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित तीनों जिलों में वर्तमान स्थिति का जायजा लिया।
इसके अलावा तीन सदस्यीय मंत्री स्तरीय कमेटी ने भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर जानमाल के नुकसान का आकलन किया है। कमेटी ने छत्रपुर में बैठक कर स्थिति का आकलन करने बाद रायगड़ा जिला पहुंचकर अधिकारियों के साथ बैठकर बाढ़ की स्थिति एवं प्रभावित क्षेत्रों में चल रहे राहत कार्य की पूरी जानकारी ली। राहत कार्य के लिए ओड्राफ, एनडीआरएफ तथा दमकल विभाग की टीम को नियोजित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि चक्रवाती तूफान तितली के प्रभाव से गंजाम जिला के आसिका, पुरुषोत्तमपुर, सोरड़ा एवं धराकोट इलाके में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई थी। बारिश कम होने से अब स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। बावजूद इसके अभी 1 लाख से अधिक लोग पानी से घिरे हुए हैं। इन लोगों तक आकाश मार्ग से राहत सामग्री पहुंचायी जा रही है। शनिवार को बरहमपुर के पास रंगेईलुंडा एयर स्ट्रीप से राहत सामग्री लेकर हेलिकॉप्टर के जरिये खाद्य के पैकेट गिराए गए। अन्य एक हेलिकॉप्टर पुरुषोत्तमपुर एवं शेरगड़ इलाके में राहत सामग्री प्रभावित लोगों तक पहुंचाने में लगा रहा है।
विशेष राहत आयुक्त विष्णुपद सेठी के अनुसार, बाढ़ प्रभावित तीनों जिलों में स्थिति धीरे-धीरे सुधर रही है। रास्तों पर गिरे पेड़ों को साफ किया जा रहा है। बिजली सेवा बहाल करने की दिशा में तेजी से प्रयास जारी हैं।