Similipal National Park Fire: सिमलीपाल अभयारण्य अग्निकांड को लेकर मुख्यमंत्री ने की समीक्षा बैठक, दिए खास निर्देश
Similipal National Park ओडिशा के सिमलीपाल अभयारण्य की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहने के साथ जरूरी कदम उठाने के लिए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बैठक कर जरूरी निर्देश दिए। सिमलीपाल अभयारण्य केवल ओडिशा या भारत का ही नहीं पूरी दुनिया की अमूल्य संपदा है।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। सिमलीपाल अभयारण्य (Similipal National Park) अग्निकांड को लेकर ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक (Naveen Patnaik) ने एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि सिमलीपाल अभयारण्य केवल ओडिशा या भारत का ही नहीं पूरी दुनिया की अमूल्य संपदा है। ऐसे में अभयारण्य की सुरक्षा के लिए सतर्क रहने के साथ जरूरी कदम उठाने को मुख्यमंत्री ने निर्देश जारी किया है।
सिमलीपाल अभयारण्य की परिस्थिति के बारे में बैठक में जानकारी देते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव तथा वन एवं पर्यावरण विभाग की सचिव डॉ मोना शर्मा ने कहा है कि सिमलीपाल में लगने वाली आग नियंत्रण में है। आग पर काबू पाने के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेशन प्रोसिजर जारी किया गया है। इस अग्निकांड में बड़े पेड़ों को कुछ नुकसान नहीं हुआ है।
फायर अलर्ट के बारे में हर दिन शाम को राज्य सरकार एवं जिलाधीश के पास जानकारी देने के लिए डीएफओ को निर्देश दिया गया है। पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ मौके पर मौजूद हैं तथा परिस्थिति पर नजर रखे हुए हैं। इस बैठक में मुख्यमंत्री के सचिव वीके पांडियन, पीसीसीएफ वाइल्डलाइफ एवं जंगल विभाग के वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे।
गौरतलब है कि जंगलों में पतझड़ के मौसम में सूखे पत्तों में आग लगा दी जाती है। ये आग शिकारी जानबूझकर लगाते हैं जिससे उन्हें शिकार करने में सुविधा हो। ये आग जंगल के एक छोर पर लगायी जाती है। चौंकाने वाली बात ये है कि वन विभाग के इंटेलिजेंस को आखिर इस बारे में सूचना कैसे नहीं मिल पाती। आग के नजदीकी गांव तक पहुंच जाने पर दमकल विभाग ने आग पर काबू पा लिया था और उसे बुझाने में भी कामयाब हुई थी। लेकिन पहाड़ पर चढ़कर आग बुझाना काफी कठिन है। जिससे सिमलीपाल के उत्तर दक्षिण पूरब पश्चिम चारों दिशाओं में आग दिख रही है यहां पर औषधि गुण वाले पेड़ पूरी तरह से जलकर राख हो चुके हैं। केंद्रीय वन मंत्री मंत्री प्रकाश जावेडकर ने भी आग पर जल्द काबू पाने का आदेश दिया था।