चंदा लेने गये युवक को गांव वाले समझ बैठे बच्चा चोर, कर दी जमकर धुनाई
भुवनेश्वर के उपनगरीय क्षेत्र में एक युवक को बच्चा चोर समझकर पिटाई कर दी। गांव वालों के आक्रमण का शिकार शरत पड़ोसी सरकणा गांव का रहने वाला है और गांव में मंदिर निर्माण के लिए चंदा वसूलने बनमालीपुर इलाके में गया था।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। गलतफहमी कभी-कभी इतनी भारी पड़ जाती है कि गलतफहमी के शिकार व्यक्ति के जान तक मुश्किल में पड़ जाती है। इसी तरह की एक गलतफहमी का सामना राजधानी भुवनेश्वर के उपनगरीय क्षेत्र में एक युवक को करना पड़ा है। युवक तो घर से निकले थे मंदिर के लिए चंदा एकत्र करने मगर गलतफहमी का शिकार होने के बाद अस्पताल पहुंच गए।
जानकारी के मुताबिक मामला भुवनेश्वर के उपनगरीय बलीपाटणा के बनमालीपुर ग्राम का है। पड़ोसी सरकणा गांव में एक मंदिर निर्माण के लिए चंदा वसूलने हेतु गांव के नंदकिशोर बेहंरा का पुत्र शरत बेहरा बनमालीपुर गांव में गया था। वहां डेरासाही गांव का रास्ता पूछने के लिए शरत ने दुर्गा मंड़प के पास खेल रहे 9 वर्षीय बालक दीपक से आग्रह किया और उसका हाथ पकड़कर डेरासाहि गांव का रास्ता दिखाने की गुजारिश की। हालांकि दीपक के साथ खेलने वाले अन्य बच्चों ने उसे बच्चों को चुराने वाला कोई बदमाश समझा तथा बच्चा चोर-बच्चा चोर कहकर चिल्ला उठे। बच्चों को चिल्लाते देख गांव में हलचल मच गई। गांव के लोग दौड़ते हुए वहां पहुंच गए। लोगों को अपनी तरफ दौड़ लगाते देख कर शरत भाग लिया। लोगों ने उसे बच्चों का चोर समझकर काबू में किया तथा बगैर सोचे समझे मारपीट शुरू कर दी। बाद में कुछ लोगों ने शरत को उत्तेजित भीड़ से बचाया और स्थानीय मंदिर में बंद कर पुलिस को खबर दी गई।
पुलिस पहुंचने के बाद शरत को बचाया जा सका और सारी बातें सामने आई। गांव वालों के आक्रमण का शिकार शरत पड़ोसी सरकणा गांव का रहने वाला है और गांव में मंदिर निर्माण के लिए चंदा वसूलने बनमालीपुर इलाके में गया था। राज्य के तटीय इलाके में बच्चा चोरी की कई वारदातें होने के बाद स्थानीय लोगों में बच्चा चोरी को लेकर काफी जागरुकता आ रही है। मगर कई बार निर्दोष लोग बच्चा चोर समझ लिए जाते हैं। जैसा कि बालिपाटणा इलाके में हुआ है।