नकली सीमेंट कारखाने का पर्दाफाश
कटक में फिर से मिलावटी सीमेंट कारखाने का पता चला है। इस बार भी जगतपुर इलाके से इस कारखाने का कमिश्नरेट पुलिस ने पता लगाया है।
जासं, कटक : कटक में फिर से मिलावटी सीमेंट कारखाने का पता चला है। इस बार भी जगतपुर इलाके से इस कारखाने का कमिश्नरेट पुलिस ने पता लगाया है। जगतपुर थाना अंतर्गत खइरा पुल के पास मौजूद एक गोदाम में काला धंधा चल रहा था। इस गोदाम में पिछले कुछ सालों से यह मिलावटी कारखाना धड़ल्ले से चल रहा था। इस बारे में खुफिया सूत्रों से खबर पाकर मंगलवार को पुलिस की एक विशेष टीम ने इस गोदाम पर छापेमारी कर मिलावटी सीमेंट कारखाना का पर्दाफाश किया है। छापेमारी के दौरान गोदाम के अंदर रखे सैकड़ों की तादात में सीमेंट बोरी पाया गया है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, यह सीमेंट कारखाना पिछले 5 सालों से चल रहा था। राज्य के विभिन्न इलाकों से एक्सपायरी होने वाली सीमेंट को यहां लाया जाता था। जो कि काफी दिन रह जाने हेतु नष्ट हो जाती थी और वह पत्थर की भांति दिखता था। उन्हें इस गोदाम में लाया जाता था फिर यहां पर मौजूद मशीनों के द्वारा उसे पीसकर पाउडर में तब्दील किया जाता था। उसके बाद उसमें असली सीमेंट की बोरी का सीमेंट मिलाकर नए सिरे से पैकिग कर बाजार को छोड़ा जा रहा था। इस मिलावटी सीमेंट को कई नामी नामी कंपनी के नाम पर जैसे अंबुजा, राशि गोल्ड, अल्ट्राटेक आदि कंपनियों के सीमेंट की बोरी में भरकर अच्छी तरह से पैकिंग की जाती थी और बाजार की जरूरत के हिसाब से बेचकर अच्छा मुनाफा कमाया जा रहा था। इस रेड के दौरान सीमेंट से लदा एक ट्रक को भी पुलिस जब्त कर थाने ले गई है। इसके साथ ही साथ इस मिलावटी कारखाने से सीमेंट का सैंपल लेकर पुलिस परीक्षण के लिए लेबोरेटरी को भेजा है। इस कारखाने की मालिक कटक बक्सीबाजार इलाके का संजय भोल है। लेकिन वह छापेमारी के दौरान वहां से फरार था। उसके बारे में अधिक छानबीन की जा रही है और उससे दबोचने के लिए पुलिस की ओर से प्रयास जारी है।
प्राप्त सूचना के मुताबिक, इस बारे में विशेष सूत्र से खबर पाकर जगतपुर थाना पुलिस की एक टीम तैयार हुई। थाना अधिकारी रवींद्रनाथ मेहेर की अगुवाई में यह छापेमारी की गई। जिसमें कमिश्नरेट पुलिस के जोन एक के एसीपी अमरेंद्र पंडा भी शामिल हुए थे। छानबीन के दौरान इस गोदाम को किराए पर देने वाले सुकांत राउत से भी पुलिस ने पूछताछ किया है। सुकांत के मुताबिक, वह यह घर किराए पर दिया है और वहां पर सीमेंट का कारोबार चल रहा था संजय भोल। उसे बस इतना ही पता था। लेकिन वहां पर मिलावटी सीमेंट तैयार की जा रही है। उन्हें उस बारे में कुछ भी पता नहीं था। फिलहाल तमाम सीमेंट को जब्त कर पुलिस घटना की अधिक छानबीन में जुटी है। पिछले दो महीने के अंदर यह दूसरा मिलावटी सीमेंट कारखाना कटक जगतपुर इलाके में पाया गया है। अब तक पांच महीने के अंदर कमिश्नरेट पुलिस ने कटक के विभिन्न इलाकों में 26 छापेमारी कर मिलावटी धंधों में लिप्त कुल 25 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है और लाखों रुपये के सामान को भी जब्त किया है।