उच्च शिक्षित लोग भी हो रहे हैं साइबर अपराध का शिकार, लुटेरे नए-नए हथकंडे अपना लगा रहे हैं चूना
जागरुक करने के बावजूद भी अब कम पढ़े लिखे लोग ही नहीं बल्कि उच्च शिक्षित लोग भी साइबर अपराध का शिकार हो रहे हैं। अपराधियों ने एक और युवती को अपने चंगुल में फंसाकर उसके बैंक खाते से 28 हजार रुपये लूट लिए।
कटक, जागरण संवाददाता। साइबर अपराधियों का बार-बार शिकार होने के बावजूद लोग जागरूक नहीं हो रहे हैं और साइबर अपराधियों की जाल में फंसकर अपनी मेहनत की कमाई को लुटा रहे हैं। साइबर अपराधी बड़े ही चालाकी से लोगों से उनका व्यक्तिगत डाटा संग्रह कर उनके खाते में हाथ साफ कर ले रहे हैं। ऐसा नहीं है कि लूट का शिकार होने वाले कम पढ़े लिखे लोग हैं बल्कि उच्च शिक्षित लोग भी साइबर अपराधियों की जाल में फंसते जा रहे हैं जिससे साइबर अपराधियों का हौसला बढ़ता ही जा रहा है। दो दिन पहले एक डाक्टर को अपनी जाल में फंसाकर 75 लाख रुपये की लूट करने वाले साइबर अपराधियों ने एक और युवती को अपने चंगुल में फंसाकर उसके बैंक खाते से 28 हजार रुपये गायब कर दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक कटक जिले के बीडानासी थाना अंतर्गत मधुसूदन नगर में रहने वाली श्रीया नायक कॉर्पोरेट सेक्टर में काम करती हैं। पिछले 13 जनवरी को उनके मोबाइल में एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। फोन करने वाले व्यक्ति ने आमेज़न का कर्मचारी होने का परिचय दिया और उनको आमेजन ऐप अपडेट करने के लिए कहा। श्रीया कुछ समझ नहीं पाई और अकाउंट अपडेट करने के बाद उनके मोबाइल को एक ओटीपी आया। ओटीपी को फोन करने वाला शख्स ने मांगा तो श्रीया ने ओटीपी उस व्यक्ति को दे दिया। इसके बाद साइबर अपराधी ने उनके बैंक अकाउंट से 28 हजार 8 रुपए उड़ा लिये।
बीडानासी थाने में मामला दर्ज किए जाने के पश्चात पुलिस उस फोन नंबर की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। बार-बार इस तरह की घटना मीडिया में प्रसारित हो रही है। आरबीआई की ओर से तरह-तरह के जागरूकता संदेश भी लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। इसके बावजूद भी लुटेरे तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर लोगों को चूना लगा रहे हैं। इससे यह साफ हो रहा है कि, लोगों को अभी तक जितना जागरूक होना चाहिए उतना जागरुक हुए नहीं हैं, जिसके चलते इस तरह की वारदात आए दिन सामने आ रही है।