ओडिशा विधानसभा का मानसून सत्र कल से: कोरोना संक्रमण को देखते हुए किये गये खास इंतजाम
Odisha assembly Monsoon session ओडिशा विधानसभा का मानसून सत्र मंगलवार से शुरु हो रहा है ऐसे में कोरोना संक्रमण को देखते हुए विधानसभा के अंदर और बाहर कड़े इंतजाम किये गये हैं। धरना स्थल पर भी बैरिकेड लगा दिये गये हैं।
भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण के बीच विधानसभा का मानसून सत्र (Odisha assembly Monsoon session) मंगलवार से शुरु हो रहा है। ऐसे में विधानसभा परिसर से लेकर चारों तरफ सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। विधानसभा के सामने धरना स्थल को भी बैरिकेड कर दिया गया है। धरना स्थल पर अतिरिक्त पुलिस तैनात करने के साथ इस बार धरना देने के लिए पहले से ऑनलाइन अनुमति लेना जरूरी कर दिया गया है। बिना अनुमति के कोई संस्थान इस बार विधानसभा के बाहर धरना प्रदर्शन नहीं कर पाएगा।
सदस्यों के बैठने के लिए विशेष व्यवस्था
वहीं अधिवेशन पर कोरोना का प्रभाव ना पड़े इसके लिए विधानसभा में विशेष व्यवस्था की गई है। व्यक्तिगत दुराव बनाए रखने के साथ ही सदस्यों के बैठने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। अधिवेशन के लिए सभी विधायक, कर्मचारी एवं पत्रकारों का कोरोना टेस्ट किया गया है। टेस्ट में जिनकी रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आई है, उन्हें सदन में जाने की अनुमित नहीं मिलेगी।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
कोरोना काल में शुरु होने जा रहे इस मानसून अधिवेशन के दौरान विधानसभा के बाहर धरना स्थल पर भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाने की जानकरी पुलिस कमिश्नर सुधांशु षडंगी ने दी है। पुलिस कमिश्नर ने कहा है कि प्रदर्शन को लेकर फिलहाल किसी ने अनुमति नहीं मांगी है। यदि कोई अनुमति मांगता है तो फिर सरकार उस पर निर्णय लेगी।
सरकार को घेरने के लिए विरोधी पार्टी तैयार
ओडिशा विधानसभा का मानसून अधिवेशन में सरकार को घेरने के लिए प्रमुख विरोधी पार्टी भाजपा व कांग्रेस ने अपनी रणनीति तैयार की ली है। कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्र का कहना है कि कोरोना के इलाज के लिए मेडिकल सामग्री खरीदने में राज्य सरकार के कुछ अधिकारियों को लेकर भ्रष्टाचार के मामले सामने आये हैं इस मामले में लोकायुक्त के पास केस भी दर्ज हुआ है। इन भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ केस दायर होने के बाद अगस्त माह में महामारी कानून में संशोधन कर उन अधिकारियों को बचाने के लिए सरकार ने अध्यादेश कार्यकारी किया है। यह कैसे हुआ, इस पर मानसून अधिवेशन में राज्य सरकार से जवाब मांगा जाएगा। गौरतलब है कि 28 सितम्बर शाम 5 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक भी होगी।