कोरोना संक्रमित मिलने के बाद भद्रक शहर की सीमा सील, फोटो वायरल करने पर तीन गिरफ्तार
coronavirus ओडिशा के भद्रक जिले में कोरोना पॉजिटिव की पुष्टि के बाद शहर की सीमायें सील कर दी गयी हैं संक्रमित के परिवार काेे भी क्वारंंटाइन में रखा गया है।
भुवनेश्वर, जेएनएन। राज्य के भद्रक जिले में कोरोना वायरस संक्रमित मरीज मिलने के बाद से ही प्रशासन की तरफ से भद्रक शहर को चारों तरफ से सील कर दिया गया है। दुबई से लौटे इस व्यक्ति का नमूना कोविड 19 पाजिटिव मिलने के बाद स्वास्थ्य सचिव निकुंज बिहारी धल के निर्देश के बाद संक्रमित व्यक्ति को कटक एससीबी मेडिकल भेज दिया गया है। पूरे परिवार को क्वारंंटाइन में रखा गया है। इस संक्रमित व्यक्ति के चपेट में और कितने लोग आए हैं, सबकी तलाश जारी है। वहीं सुरक्षा के दृष्टिकोण से शहर की सीमा को चारों तरफ से सील कर दिया गया है। कोरोना संक्रमण के संदर्भ में गलत तथ्य या भ्रमात्मक संदेश फैलाने वालों के खिलाफ भी प्रशासन ने सख्त कदम उठाना शुरू कर दिया है। इसी के तहत तीन को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
गौरतलब है कि कोविड 19 के प्रवक्ता सुब्रत बागची ने एक दिन पहले ही सरकार की तरफ से लोगों से आह्वान किया था कि व बीमारी से घृणा करें बीमार व्यक्ति या उसके परिवार से घृणा ना करें। यह बीमारी किसी को भी हो सकती है। इसके बावजूद कुछ लोगों ने संक्रमित युवक की फोटो वायरल की थी, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मंगलवार के दिन चौथे कोरोना पाजिटिव मरीज की पहचान हुई थी। उक्त संक्रमित व्यक्ति के भद्रक जिला से होने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग की तरफ से दी गई थी। ऐसे में शहर का संपृक्त व्यक्ति कौन है, इसे लेकर लोगों में उत्कंठा के भाव बढ़ गए। इसके कुछ ही समय बाद संक्रमण व्यक्ति के संदर्भ में सोशल मीडिया पर कुछ फोटो वायरल होने लगे।
नियम के मुताबिक किसी भी कोरोना संक्रमित व्यक्ति के बारे में गलत जानकारी या फोटो प्रकाशित करना दंडनीय है। इसी आधार पर बुधवार को भद्रक पुलिस ने तीन को गिरफ्तार किया है। इन तीन में एक महिला भी शामिल हैं। इसके अलावा लाकडाउन नियम का उल्लंघन के आरोप में भद्रक पुलिस ने बुधवार को दो और लोगों को गिफ्तार किया है। भद्रक के एसपी ने कहा है कि कोरोना वायरस के संदर्भ में गलत तथ्य प्रकाशित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।