बाहर से ओडिशा आए 2856 लोग हुए भूमिगत, सरकार बेचैन
कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की जानकारी देते हुए सरकारी तथ्यों ने पुष्टि की है कि प्रदेश में अबतक 297 नमूनों की जांच की गई और इनमें से केवल 3 ही पाजिटिव केस पाए गए हैं जिनका इलाज चल रहा है।
संसू, भुवनेश्वर : कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की जानकारी देते हुए सरकारी तथ्यों ने पुष्टि की है कि प्रदेश में अबतक 297 नमूनों की जांच की गई और इनमें से केवल 3 ही पाजिटिव केस पाए गए हैं जिनका इलाज चल रहा है। शेष संग्रहित नमूनों में से 294 नेगेटिव पाए गए हैं। इनमें से ऐतिहात के तौर पर 68 को आइसोलेसन में रखा गया है जबकि बाकियों को होम क्वारंटाइन में रहने को कहा गया है। कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए गये 3 लोगों के संपर्क में कुल 167 लोगों के आने की खबर है। हालाकि इनमें से 131 को नियमित फॉलोअप किया जा रहा है। सरकारी तौर पर कहा गया है कि 104 सहायता नंबर और पोर्टल कोविड-19 पर अब तक 8581 लोगों ने पंजीकरण करवाया है। अच्छी बात यह है कि लोग 104 पर कॉल कर कोरोना संबंधित सहायता प्राप्त कर रहे हैं। पिछले 24 घटे के दौरान 104 नंबर पर कुल 16 हजार 374 कॉल रिसीव हुई हैं जो लोगों में बढ रही जागरुकता को दिखाती है।
मगर इस बीच एक चिंता बढाने वाली खबर यह भी आई है कि पिछले 14 दिनों के अंदर बाहर से आए हुए 2856 लोगों का कोई अता पता नहीं है। इनमें से शहरी क्षेत्र के लोगों की संख्या ज्यादा है। भुवनेश्वर के करीब 400, खुर्दा व आसपास के 450, गंजाम जिले के 650 और कटक जिले के 350 लोगों के बाहर से आने की खबर है जिनके बारे में पता लगाया जा रही है। ये लोग या तो भूमिगत हो गये हैं या फिर अपनी पहचान छिपाकर अन्यत्र रह रहे हैं। इन लोगों ने सरकार के निर्देशानुसार न तो अपना रजिस्ट्रेशन कराया है और ना ही 104 हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क किया है। सरकार ने निर्णय लिया है कि इन 2856 लोगों के जांच कार्य को त्वरित किया जाएगा और उनकी पहचान कर आवश्यक इलाज मुहैया कराया जाएगा।
स्वास्थ्य सचिव निकुंज बिहारी धल ने बताया है कि विभाग की ओर से सभी जिलाधीशों को पत्र लिखकर इन गायब लोगों का पता लगाने को कहा गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा हवाई यात्रा कर आ रहे लोगों की जानकारी एकत्र कर उन्हें होम क्वारंटाइन में रहने की हिदायत दी गई है। कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर सर्विलांस टीम का गठन किया गया है जो संभावित संक्रमित लोगों की पहचान कर उनके इलाज की व्यवस्था में जुटी है। सरकार प्रदेश में कोरोना संक्रमण को किसी भी तरह स्टेज-3 में जाने से रोकने का प्रयास कर रही है। क्योंकि स्टेज 3 पर संक्रमण की स्थिति पहूंचने के बाद इस पर नियंत्रण करना मुश्किल हो जाता है। राज्य सरकार की ओर से लोगों को बार-बार घर में रहने की अपील की जा रही है। लोगों को आगाह किया जा रहा है कि अगर उन्हें खासी, बुखार या सर्दी की लगातार शिकायत रहती है तो वे तुरंत 104 हेल्प लाइन से संपर्क कर सकते हैं और अपने स्वास्थ्य की जांच करवा सकते हैं। यह जरूरी नहीं की उन्हे कोरोना संक्रमण ही हुआ हो मगर इतना जरूर है कि ऐसी स्थिति में वे अपने स्वास्थ्य की जांच अवश्य करवा लें ताकि बीमारी से बचा जा सके। खासकर अन्य लोगों को यह बीमारी संक्रमित न हो इसके लिए विशेष ध्यान देने की सलाह दी गई है। अनावश्यक जमावड़ा से बचने तथा व्यक्ति से व्यक्ति के बीच उचित दूरी का ध्यान रखने को कहा गया है। स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि तीन बातों पर प्रमुखता से ध्यान देना है। पहला अगर किसी कोरोना संक्रमित देश या प्रदेश से कोई व्यक्ति पिछले दिनों ओडिशा आए हैं तो उन्हें तुरंत क्वारंटाइन रखा जाए। दूसरे ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आने वाले लोगों की पहचान की जाए और तीसरा ध्यान यह रखना है कि पहचाने गए ऐसे लोगों पर नजर रखते हुए अगर उनमें कोरोना के लक्षण दिखाई दे तो उन्हें भी तुरंत क्वारंटाइन में रखा जाए। इस तरह राज्य सरकार कोरोना से मुकाबला करने के लिए हर संभव प्रयास में जुटी हुई है। शायद इसी सावधानी का असर है कि अब तक मात्र 3 लोगों की पहचान कोरोना पॉजिटिव केस के तौर पर हुई है।