आइआइटी की अनूठी पहल, लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग से क्लास
कोरोना वायरस को लेकर बढ रही चिंता के मध्य आइआइटी भुवनेश्वर ने एक नई पहल की है।
संसू, भुवनेश्वर : कोरोना वायरस को लेकर बढ रही चिंता के मध्य आइआइटी, भुवनेश्वर ने एक नई पहल की है। आइआइटी की ओर से कहा गया है कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए क्लास रूम आने की आवश्यकता नहीं है। पर आइआइटी क्लास रूम की वीडियो स्ट्रीमिंग जारी है जिसके जरिए विद्यार्थी अपने घरों में रहकर क्लासरूम पढ़ाई क लाभ उठा सकते हैं। छात्र क्लास रूम के अलावा और कहीं से भी लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए पढाई कर सकते हैं। साथ ही अपने प्रश्न भी अद्यापकों से पूछ सकते हैं। आइआइटी, भुवनेश्वर के निदेशक प्रोफेसर आरवी कुमार ने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए ये सारे कदम उठाए जा रहे हैं ताकि पढाई भी बाधित न हो। उन्होंने कहा कि आइआइटी के छात्रों को हॉस्टल या घर में रहकर पढ़ाई करने का विकल्प दिया गया है। आइआइटी की इस पहल की हर कोने से प्रशसा की जा रही है। आइआइटी की तर्ज पर साई इंटरनेशनल स्कूल ने भी ऑनलाइन क्लास रूम का विकल्प दिया है। इसके लिए हर छात्र-छात्रा को यूजर आइडी व पासवर्ड दिया गया है। इसकी जानकारी उनके अभिभावकों को भी दी गई है।
लॉक डाउन पर बागची ने कहा- धैर्य बनाए रखें, भगवान जगन्नाथ का दिया उदाहरण
ओडिशा सरकार के प्रवक्ता सुब्रत बागची ने कहा कि सरकार द्वार घोषित लॉक डाउन नागिरकों की सुरक्षा के मद्देनजर किया गया है। लोग इसे सकारात्मकता के साथ लें। इस महामारी से जूझ रहे चीन, अमेरिका, इटली जैसी स्थिति से बचने के लिए खुद को बचाकर रखना ही कोरोना वायरस से मुकाबला करने का सही उपाय है। उन्होंने कहा कि हमारे भगवान जगन्नाथ जी को भी अतीत में बाहरी आक्रमण से बचाने के लिए लॉक डाउन जैसी स्थिति का सामना करना पडा था। भगवान के विग्रह को आक्रांताओं से बचाने के लिए 22 बार लॉक डाउन जैसी स्थिति में रखा गया था। इससे शिक्षा लेते हुए हमें सरकार द्वारा घोषित आठ दिन के लॉक डाउन का पालन करना चाहिए। इस लॉक डाउन का सभी डट कर मुकाबला करें और खुद को तथा अपने परिवार को संक्रमण के डर से बचाएं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि लॉक डाउन को एक अवसर के तौर पर लिया जाना चाहिए। एक दूसरे का हौसला बढाना चाहिए, लोगों में डर का वातावरण नहीं फैलाना चाहिए। यह खुद को मानसिक व शारिरिक तौर पर मजबूत करने का एक अवसर बने ।
भुवनेश्वर लॉक डाउन, फिर भी बाहर निकल रहे लोग
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के राज्य सरकार के प्रतिबंध के बावजूद सड़क पर निकले लोगों को पुलिस ने जगह-जगह रोककर बाहर आने का कारण पूछा। आवश्यक कार्य एवं उपयुक्त प्रमाण पत्र होने पर ही पुलिस लोगों को छोड़ती दिखाई दी। शहर में जगह-जगह पुलिस ने बैरिकेड लगाकर जांच पडताल के बाद ही लोगों को आने-जाने दे रही है। लॉक डाउन से अत्यावश्यक सामग्री के दुकानों को बाहर रखा गया है। रविवार को एक दिन का जनता कर्फ्यू सभी ने सहयोगपूर्वक पालन किया था। मगर सोमवार की सुबह से ही लोग अपने अपने घरों से निकलने लगे। इसके लिए पुलिस ने पहले ही गाइडलाइन जारी कर दी थी मगर लोगों में जागरुकता की कमी साफ दिखाई दी। जिससे निपटने के लिए पुलिस ने सख्ती बरतते हुए जांच के बाद ही लोगों को आने जाने दिया। इधर, प्रतिकार के तौर पर राजधानी के सभी धार्मिक स्थलों को बंद कर दिया गया है। शहर में दुकानें बंद हैं। सरकार की ओर से साफ किया गया है कि लॉक डाउन को लेकर सरकार द्वारा बरती जा रही सावधानी की अनदेखी करने वाले, नियम न मानने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कमिश्नरेट पुलिस को इस आशय के निर्देश दिए गए हैं।
गौरतलब है कि सरकार ने दवा दुकानों, ग्रासरी दुकानों, सब्जी दुकानों, बस अड्डा, बैंक एटीएम काउंटरों को खुला रखने का निर्देश जारी किया हुआ है। राज्य सरकार ने अपने कर्मचारियों को भी घर में रहककर काम करने के निर्देश दिए हैं केवल अत्यावश्क सेवा से जुड़े विभागों में ही कर्मचारियों को आने का आदेश दिया गया है।