एडमिट कार्ड में गड़बड़ी से परीक्षार्थियों की बढ़ी चिंता
पांच दिन बाद मैट्रिक बोर्ड व 18 दिन बाद प्लस-टू की परीक्षा शुरू होने जारी है। इससे पहले ही विद्यालय एवं जनशिक्षा विभाग एक के बाद एक विवाद में फंसता नजर आ रहा है।
जासं, भुवनेश्वर : पांच दिन बाद मैट्रिक बोर्ड व 18 दिन बाद प्लस-टू की परीक्षा शुरू होने जारी है। इससे पहले ही विद्यालय एवं जनशिक्षा विभाग एक के बाद एक विवाद में फंसता नजर आ रहा है। सोशल मीडिया में वायरल हो रही बोर्ड की कारगुजारियों में किसी परीक्षार्थी के एडमिट कार्ड में अभिनेत्री का फोटो लगा है तो किसी में अन्य स्कूल के बच्चे का चित्र चस्पा नजर आ रहा है। विभाग की इस लापरवाही से बोर्ड की परीक्षा देने वाले लगभग नौ लाख परीक्षार्थियों की चिंता बढ़ गई है।
वहीं प्लस टू परीक्षा केंद्र फिक्सिंग को लेकर लगे आरोप की सच्चाई भी अभी तक सामने नहीं आ पाई है। परीक्षा संचालन कमेटी के कुछ सदस्य स्ववित्त पोषित कॉलेज के लिए वकालत करने मामले में कोई कुछ स्पष्ट नहीं कर रहा है। महज दो विधायकों, कमेटी के सदस्य किशोर महांती एवं संतोष सिंह सलूजा ने इस मुद्दे को लेकर अपना मत स्पष्ट किया है। इन्होंने कहा है कि उच्च माध्यमिक शिक्षा परिषद की तरफ से अभी तक परीक्षा केंद्र फिक्सिग को लेकर किसी प्रकार का स्पष्टीकरण नहीं दिया गया है। विद्यालय एवं जनशिक्षा विभाग मंत्री समीर रंजन दास या फिर विभागीय सचिव को वस्तुस्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
दूसरी तरफ राज्य मानवाधिकार आयोग ने मसले को संज्ञान में लेते हुए विद्यालय एवं जनशिक्षा विभाग तथा उच्च माध्यमिक शिक्षा परिषद से इस संदर्भ में 18 फरवरी तक रिपोर्ट देने को कहा है। इसी तरह की समस्याएं मैट्रिक परीक्षा को लेकर भी हैं। परीक्षा को महज पांच दिन बचे हैं और छात्रों के एडमिट कार्ड में गलतियां पायी गई हैं। गंजाम जिले के शेरगढ़ ब्लॉक के डाकरड़ा शहीद हाईस्कूल के 72 परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड में गलती होने की बात सामने आई है। किसी छात्र के एडमिट कार्ड में छात्रा की फोटो तो किसी में नाम ही गलत अंकित है। कुछ एडमिट कार्ड में तो अभिनेत्री की फोटो लगी हुई है। हालांकि माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से कहा गया है कि गलती कहां से हुई है और इसके जिम्मेदार कौन हैं, इसकी जांच की जा रही है।
कोट :
सोशल मीडिया में जो एडमिट कार्ड वायरल हो रहा है वह नकली है। माध्यमिक शिक्षा परिषद को बदनाम करने के लिए इस तरह के काम किए जा रहे हैं। यदि कुछ गलती हुई होगी तो उसमें सुधार किया जाएगा। कोई भी छात्र परीक्षा देने से वंचित ना हो उस पर ध्यान दिया जा रहा है।
समीर रंजन दास, विद्यालय एवं जन शिक्षा मंत्री, ओडिशा