ओडिशा में मैट्रिक परीक्षा 19 से, स्क्वार्ड व्यवस्था की गयी मजबूत
नकल रोकने के लिए बनाया गया स्क्वार्ड स्क्वार्ड में अध्यापकों को भी किया गया है शामिल फ्लांइग स्क्वार्ड में 69 विशेष स्क्वार्ड में 34 अध्यापक शामिल।
भुवनेश्वर, जेएनएन। मैट्रिक परीक्षा आगामी 19 फरवरी से शुरू होगी। परीक्षा को सही ढंग से संचालन करने के लिए स्क्वार्ड व्यवस्था को मजबूत किया गया है। इस बार फ्लाइंग स्क्वार्ड एवं विशेष स्क्वार्ड में कालेज के अध्यापकों को शामिल किया जाएगा। वे मैट्रिक परीक्षा की जांच के लिए स्क्वार्ड में शामिल होकर विभिन्न कालेजों का दौरा करेंगे। नकल रोकने, सीसीटीवी जांच करने, परीक्षा संचालन आदि व्यवस्थाओं की वे जांच करेंगे।
परीक्षा के लिए माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की तरफ से अध्यापक एवं रीडरों की सूची जारी कर दी गई है। स्क्वार्ड में शामिल होने से पहले उन्हें प्रशिक्षण देने के लिए उच्च माध्यमिक शिक्षा निदेशाल से अनुरोध किया गया है। इस दिशा मे जल्द ही कदम उठाने के लिए भी कहा गया है। फ्लाइंग स्क्वार्ड में शामिल होने वाले सदस्य आगामी 18 फरवरी को संपृक्त जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) के पास रिपोर्ट करेंगे। विशेष स्क्वार्ड में शामिल होने वाले सदस्य 17 फरवरी को पूर्वाह्न 11 बजे कटक स्थित माध्यमिक शिक्षा बोर्ड कार्यालय में पहुंचकर वहां होने वाली परीक्षा केन्द्र पर्यवेक्षक बैठक में शामिल होने के लिए कहा गया है।
विद्यालय एवं जनशिक्षा विभाग से मिली सूचना के मुताबिक शामिल होने वाले अध्यापक तथा रीडरों की सूची को प्रकाशित कर दिया गया है। फ्लाइंग स्क्वार्ड में 69 अध्यापक एवं रीडर शामिल किया गया है जबकि विशेष स्क्वार्ड में 34 लोगों को शामिल किया गया है। प्रत्येक जिला में 2 से 3 अध्यापक एवं रीडर को दोनों स्क्वार्ड में रखा गया है। वे किस प्रकार से निश्चित समय में सभी परीक्षा केन्द्र के संचालन प्रक्रिया में शामिल होंगे, उसके लिए कदम उठाने के लिए कालेज अध्यक्ष को निर्देश जारी किया गया है। इस सूची में सरकारी एवं अनुदानप्राप्त सरकारी कालेज के अध्यापक तथा रीडर को स्थान दिया गया है।
वहीं दूसरी तरफ आगामी 19 फरवरी से शुरू हो रही मैट्रिक परीक्षा के लिए तैयार प्रश्नपत्र कड़ी सुरक्षा के बीच नोडल सेंटरों में भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। बोर्ड के अध्यक्ष रामाशीष हाजरा ने नारियल फोड़कर प्रश्नपत्र भेजे जाने वाली गाड़ी को रवाना किया। इस अवसर पर बोर्ड के सचिव श्रीकांत कुमार तराई के साथ अन्य अधिकारी उपस्थित थे। एक सप्ताह में नोडल सेंटर में प्रश्नपत्र भेजने की योजना बनायी गई है। प्रश्नपत्र नोडल सेंटर में पहुंच जाने के बाद उसे कड़ी सुरक्षा में रखा जाएगा। इस साल परीक्षा के दिन सुबह के समय परीक्षा केन्द्र में प्रश्नपत्र भेजने की व्यवस्था किए जाने की जानकारी बोर्ड के अधिकारी ने दी है।
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