एससीबी मेडिकल में ओडिशा का पहला किडनी प्रत्यारोपण
श्रीरामचंद्र भंज (एससीबी) मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल कटक ने एक नया इतिहास रचा है। डॉक्टरों के प्रयास से यहां सफलता के साथ पहली बार किडनी प्रत्यारोपण किया गया।
जासं, भुवनेश्वर : श्रीरामचंद्र भंज (एससीबी) मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, कटक ने एक नया इतिहास रचा है। डॉक्टरों के प्रयास से यहां सफलता के साथ पहली बार किडनी प्रत्यारोपण किया गया। एक मृत व्यक्ति के शरीर से किडनी लाकर अन्य जीवित व्यक्ति के शरीर में सफलता के साथ प्रत्यारोपण किए जाने की कठिन चिकित्सा प्रक्रिया को एससीबी मेडिकल के डॉक्टरों ने सफलता के साथ अंजाम दिया है। करीब 14 घंटे तक एससीबी की विशेष टीम इस ऑपरेशन में जुटी रही और इसे सफलता के साथ संपन्न करते ही टीम ने अस्पताल के इतिहास में एक नया पन्ना जोड़ दिया है।
एससीबी टीम की इस सफलता के लिए राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक सहित केंद्रीय पेट्रोलियम एवं इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ट्वीट के जरिए डॉक्टरों को शुभकामना दी है। इस ऑपरेशन की वजह से बरगढ़ जिला के अताबीरा कुहुंडा के फिरोज साहू को नई जिदगी मिली है। फिरोज की दोनों किडनी खराब हो गई थी।
बताया गया है कि सड़क हादसे में घायल होकर एससीबी मेडिकल में भर्ती होने वाली गंजाम जिला दिगपहांडी की पी प्रियंका रानी पात्र ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, जिसके बाद उनकी किडनी को निकालकर फिरोज के शरीर में प्रत्यारोपण किया गया। प्रियंकारानी के परिवार की सहमति से यह प्रत्यारोपण किया गया। किडनी दान करने वाली प्रियंका रानी जान गंवाने के बावजूद भी फिरोज को जिंदगी दे गई। ऑपरेशन के बाद फिरोज का स्वास्थ्य बेहतर होने की जानकारी एससीबी की ओर से दी गई है। आधुनिक चिकित्सा के क्षेत्र में निश्चित तौर पर इसे राज्य में एक बड़ी सफलता माना जाएगा।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने टवीट कर प्रियंकारानी के परिवार को अपनी शुभकामना दी है। साथ ही एससीबी मेडिकल के डॉक्टरों की टीम को भी शुभेच्छा दी। उन्होंने कहा कि प्रियंका रानी के परिवार के लोगों के बलिदान व डॉक्टरों के प्रयास से ओडिशा ने अंगदान व आधुनिक चिकित्सा के क्षेत्र में नया अध्याय बनाया है।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी ट्वीट कर कहा है कि गंजाम जिले के दिगपहंडी इलाके की प्रियंका रानी मौत के बाद अमर हो गई हैं। उन्होंने किडनी दान कर लोगों को अंगदान के लिए प्रोत्साहित किया है। उनका यह कार्य लोगों को अंगदान करने के लिए प्रेरणा प्रदान करेगा।