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हवा से हवा में मार करने वाली अस्त्र मिसाइल का आेडिशा तट से सफल परीक्षण

आेडिशा के बंगोप सागर तट पर अस्त्र मिसाइन का सफल परीक्षण किया गया सफल परीक्षण के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ एवं वायुसेना को बधाई दी।

By Babita kashyapEdited By: Published: Wed, 18 Sep 2019 09:02 AM (IST)Updated: Wed, 18 Sep 2019 09:02 AM (IST)
हवा से हवा में मार करने वाली अस्त्र मिसाइल का आेडिशा  तट से सफल परीक्षण
हवा से हवा में मार करने वाली अस्त्र मिसाइल का आेडिशा तट से सफल परीक्षण

भुवनेश्वर, जेएनएन। आेडिशा के बंगोप सागर तट पर मंगलवार को हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल अस्त्र का सफल परीक्षण किया गया। एसयू-30 एमकेआई के जरिए आकाश मार्ग से ही इसका परीक्षण किया गया है। यह मिसाइल पूरी तरह से स्वदेशी तकनीकी से निर्मित पहली एयर टू एयर मिसाइल है। इसकी क्षमता को परखने के लिए आज परीक्षण किए जाने की जानकारी प्रतिरक्षा विभाग की तरफ से दी गई है। विभिन्न राडार, इलेक्ट्रो अप्टिकल ट्राकिंग सिस्टम एवं सेंसर की मदद से इस मिसाइल को ट्रैक किया गया था। इसी से पता चला है कि अस्त्र ने अपने टारगेट को पूरा किया है। 

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इस मिसाइल के सफल परीक्षण के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ एवं वायुसेना को बधाई दी है। गौरतलब है कि वियोंय विजुएल रेंज मिसाइल 70 किमी. के टारगेट को पूरा किया है। यह घंटा प्रति 5555 किमी. की रफ्तार से गति करने में सक्षम है। इसके साथ ही डीआरडीओ के साथ अन्य 50 सरकारी एवं गैरसरकारी संस्था मिलकर बनायी हैं। इसे आकाश मार्ग में प्रयोग करने के लिए हिन्दुस्तान एरोनटिक्स लिमिटेड ने सुखोई को विशेष रूप से डिजाइन किया गया है।

इनसे खौफ खाते हैं दुश्‍मन देश

ब्रह्मोस : भारत और रूस द्वारा विकसित यह दुनिया की सबसे अच्छी क्रूज मिसाइल है। इसकी रेंज 290 किलोमीटर और गति 4.5 मैक है।  

आकाश : 700 किलोग्राम वजनी यह मिसाइल जमीन से हवा में मार कर सकने में सक्षम है। यह 25 किलोमीटर के रेंज में किसी भी उड़ती चीज को मार गिराने में सक्षम है।  

अग्न‍ि-5 : यह इंटर-कॉन्टिनेन्टल बैलिस्टिक मिसाइल है। 5500 किलोमीटर मारक क्षमता वाली इस मिसाइल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि समय आने पर इसकी रेंज का बढ़ाया जा सकता है। 

अग्न‍ि-4 : यह काफी हल्की और नई तकनीकों से लैस मिसाइल है। यह 4000 किलोमीटर से अधिक दूरी तक जमीन से जमीन पर मार करने में सक्षम है। 

अग्न‍ि-3 : एडवांस कम्प्यूटर और नेवीगेशन सिस्टम से लैस यह मिसाइल डेढ़ टन तक पेलोड ले जाने में सक्षम है। यह जमीन से जमीन पर 3500 किलोमीटर दूर वार कर सकती है।   

अग्न‍ि-2 : अत्याधुनिक नेवीगेशन सिस्टम और तकनीक से लैस यह मिसाइल एक टन का पेलोड ले जाने के साथ ही दो हजार किलोमीटर तक मार कर सकती है।  

अग्न‍ि-1 : इसे कम मारक क्षमता वाली मिसाइल के तौर पर विकसित किया गया है। यह 700 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम है और भारतीय सेना में शामिल हो चुकी है। 

निर्भय : भारत की सबसोनिक क्रूज इस मिसाइल में ठोस रॉकेट मोटर बूस्टर के साथ टर्बोफैन इंजन लगा है। इसी वजह से इसकी रेंज 800 से 1000 किलोमीटर है। इसे हर मौसम में दागा जा सकता है।  

नाग : चार किलोमीटर रेंज के साथ 42 किलो के वजन वाली यह मिसाइल फायर और फारगेट के आधार पर काम करती है। इससे जमीन से जमीन और हवा से जमीन पर दागा जा सकता है।

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