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भारत के इतिहास पर विदेशियों के षड़यंत्र का है प्रभाव : षाड़ंगी

संसद में प्रभावशाली भाषण देकर चर्चा में आए केंद्रीय राज्य मंत्री प्रताप षाड़ंगी का एक कथन फिर चर्चा में है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 13 Sep 2019 11:22 PM (IST)Updated: Sun, 15 Sep 2019 06:42 AM (IST)
भारत के इतिहास पर विदेशियों के षड़यंत्र का है प्रभाव : षाड़ंगी
भारत के इतिहास पर विदेशियों के षड़यंत्र का है प्रभाव : षाड़ंगी

संसू, भुवनेश्वर : संसद में प्रभावशाली भाषण देकर चर्चा में आए केंद्रीय राज्य मंत्री प्रताप षाड़ंगी का एक कथन जबर्दस्त चर्चा में है। भुवनेश्वर में एक कार्यक्रम में शिरकत करते हुए केंद्रीय मंत्री षाड़ंगी ने कहा कि विदेशियों ने भारत के इतिहास को लेकर भ्रमात्मक वातावरण बनाया है। भारतीयों को कमजोर और डरपोक दर्शाने के लिए ऐसा किया गया है। अब समय आ गया है कि इस भ्रमात्मक इतिहास को बदला जाए। विदेशी इतिहास कारों ने कुछ आदिवासी गुट को छोड़कर शेष भारतीयों को विदेशी दर्शाया जो पूरी तरह से असत्य है। उन्होंने कहा कि वैदिक साहित्य में ब्राह्माण का जितना अधिकार है उतना ही अधिकार आदिवासियों का बताया गया है जबकि विदेशी इतिहासकार लोगों के मन में भ्रम की स्थिति उत्पन्न करने के लिए गलत जानकारी देते रहे हैं।

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केंद्रीय मंत्री षाडंगी ने वेदव्यास के बारे में कहा कि उनकी माता आदिवासी थीं तथा पिता ब्राह्माण थे अत: व्यक्तिगत सम्मिश्रण वैदिक काल से भारत में प्रचलित है। विदेशियों ने हिदू और सिखों को लेकर भ्रम फैलाया, उत्तर भारतीय-दक्षिण भारतीयों को लेकर भ्रम फैलाया है। केंद्रीय मंत्री के अनुसार भारतीयों में भेदभाव करने की सोच को लेकर विदेशी इतिहासकारों ने हमें गलत जानकारी देने का काम किया है अब सही इतिहास से लोगों को रूबरू करने का समय आ गया है।


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