Move to Jagran APP

मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की पहल, तीन महीने तक वाहन जांच में रहेगी ढील

संशोधित मोटर यान कानून के तहत केंद्र सरकार की ओर से नियम को सख्ती से लागू करने से हल्कान ओडिशावासियों को मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बड़ी राहत दी है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 10 Sep 2019 10:29 PM (IST)Updated: Tue, 10 Sep 2019 10:29 PM (IST)
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की पहल, तीन महीने तक वाहन जांच में रहेगी ढील
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की पहल, तीन महीने तक वाहन जांच में रहेगी ढील

जासं, भुवनेश्वर : संशोधित मोटर यान कानून के तहत केंद्र सरकार की ओर से नियम को सख्ती से लागू करने व कानून का पालन न करने वालों पर पुलिस एवं परिवहन अधिकारियों द्वारा सख्ती से वसूले जा रहे जुर्माने को लेकर राज्य में आतंक का माहौल है। इसे लेकर हर वर्ग से नाराजगी जाहिर की गई। इसके बाद मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इसमें हस्तक्षेप किया और राज्य के लोगों को उनके कागजात ठीक करने के लिए तीन महीने की मोहलत दी है। इसके साथ ही ओडिशा में अब अगले तीन माहिनों के लिए सख्ती से इस नियम को लागू नहीं किया जाएगा। सोमवार को मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने पुलिस, ट्रैफिक व परिवहन विभाग के अधिकारियों को यह निर्देश दिया है।

prime article banner

मुख्यमंत्री ने पुलिस, परिवहन व ट्रैफिक विभाग के अधिकारियों को इस दौरान आम-लोगों के साथ इस तरह सख्ती से पेश न आने के बजाय लोगों को समझाने के लिए कहा है। मुख्यमंत्री ने वाहन मालिकों से भी अपील की है कि वह अगले तीन माह के अंदर अपने-अपने वाहनों के कागजात को सही करा लें। इसके लिए परिवहन विभाग की ओर से अधिक काउंटर खोलने के लिए मुख्यमंत्री की ओर से विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया गया है। मुख्यमंत्री के इस फैसले से आम वाहन चालकों व मालिकों को काफी राहत मिली है।

उल्लेखनीय है कि राज्य में एक सितंबर से इस कानून को लागू किये जाने के बाद वाहन चालकों में आतंक मच गया था। एक गरीब ऑटो रिक्शा चालक पर 47500 रुपये जुर्माना लगा दिया गया था। इसी तरह एक ट्रक पर 87 हजार के लगभग जुर्माना लगाया गया था। जुर्माना की वजह से राज्य में लोग दुपहिया निकालने से डरने लगे थे। कई लोग पकड़े जाने के बाद दुपहिया तिपहिया मौके पर छोड़कर भाग जाते थे। इसकी वजह से पेट्रोल की बिक्री 25 फीसद व डीजल की बिक्री 35 फीसद के आसपास कम हो चुकी है। शाराब की बिक्री भी 25 फीसद कम हो चुकी है।

पुलिस जुल्म से आतंकित आम जनता की ओर से कई बार पुलिस के खिलाफ संघर्ष छेड़ देने की स्थिति देखने में आई। राजमहल चौक, बरगड़़ रामेश्वरपाटणा चौक, रसूलगड चौक आदि स्थान पर आम लोगों ने पुलिस गाड़ी का कागजात देखने के लिए मांग करने के साथ पुलिस के साथ हाथापाई हुई थी। भीड़ को भगाने के लिए पुलिस की ओर से राजमहल चौक पर लाठियां भी भांजनी पड़ी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.