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पाटकुरा विधानसभा चुनाव में पार्टियों ने झोंकी ताकत

केंद्रपाड़ा लोकसभा अंतर्गत पाटकुरा विधानसभा सीट पर 20 जुलाई को चुनाव होना है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 16 Jul 2019 03:39 PM (IST)Updated: Wed, 17 Jul 2019 06:46 AM (IST)
पाटकुरा विधानसभा चुनाव में पार्टियों ने झोंकी ताकत
पाटकुरा विधानसभा चुनाव में पार्टियों ने झोंकी ताकत

जासं, भुवनेश्वर : केंद्रपाड़ा लोकसभा अंतर्गत पाटकुरा विधानसभा सीट पर 20 जुलाई को चुनाव होना है। इस सीट को जीतने के लिए बीजद, भाजपा एवं कांग्रेस पार्टी ने अपना पूरा जोर लगा दिया है। इस सीट पर कुल छह उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, मगर मुख्य लड़ाई बीजद उम्मीदवार सावित्री अग्रवाल और भाजपा के विजय महापात्र के बीच होने वाली है। दोनों ही पाíटयां इस सीट को जीतने के लिए सभी हथकंडे अपना रही है। बता दें कि बीजद उम्मीदवार वेदप्रकाश अग्रवाल के निधन हो जाने के कारण इस सीट पर विधानसभा चुनाव स्थगित हो गया था।

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विगत 29 अप्रैल को यहां लोकसभा चुनाव के समय पाटकुरा विस क्षेत्र के लोगों ने जो जनादेश दिया था उसमें बीजद के अनुभव महांती को कुल 85 हजार 228 वोट मिले थे, जबकि भाजपा उम्मीदवार बैजयंत पंडा को 78 हजार 905 वोट तथा कांग्रेस के उम्मीदवार धरणीधर नायक को आठ हजार 80 वोट पर संतोष करना पड़ा था। भजापा एवं बीजद के बीच वोटों का अंतर महज छह हजार 323 था। पाटकुरा विधानसभा क्षेत्र में ब्लाक के हिसाब से यदि देखा जाए तो भाजपा को गरदपुर ब्लॉक के 18 पंचायत एवं मार्शाघाई ब्लॉक के सात पंचायत में करीब तीन हजार वोट बीजद से अधिक मिले थे। वहीं डेराविश ब्लॉक के 26 पंचायत में बीजद ने लगभग नौ हजार मतों की बढ़त हासिल की थी। ऐसे में दोनों पाटियों के बीच इस विधानसभा क्षेत्र में मतों का अंतर मात्र छह हजार 323 वोट का था। ढाई महीने बाद विधानसभा चुनाव होने से यह मत कायम रहेगा या इसमें बदलाव होगा, इसपर सभी पार्टियों की नजर है।

उल्लेखनीय है कि मात्र ढाई महीने बाद भले ही पाटकुरा विधानसभा सीट पर चुनाव हो रहा है, मगर परिस्थिति में काफी हद तक बदलाव हुआ है। वेदप्रकाश अग्रवाल के निधन के बाद उनकी पत्नी सावित्री अग्रवाल बीजद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रही हैं। भाजपा उम्मीदवार विजय महापात्र स्वाभिमान का आह्वान देकर अपना भाग्य आजमा रहे हैं। दोनों सहानुभूति को ही हथियार बनाए हैं। 2014 के चुनाव में तीसरी शक्ति रही कांग्रेस ने इस बार एक प्रकार से हाथ खड़े कर दिए हैं। इससे चुनाव और रोचक बन गया है। 2014 में कांग्रेस को 42138 वोट मिला था। वह इस बार भी प्रतिद्वंदिता हैं मगर प्रचार से लेकर पोस्टर बैनर लगाने तक उसकी उपस्थिति उस ढंग से न होने के कारण कांग्रेस का वोट किधर जाएगा, इस पर सबकी नजर टिकी हुई है। 20 जुलाई को होने वाले चुनाव को महज कुछ ही दिन का समय बचा है, ऐसे में भाजपा एवं बीजद ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है।


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